विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विशेष : होमी भाभा कैंसर अस्पताल की स्क्रीनिंग में आया तथ्य उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर उत्तर बिहार में मुंह का कैंसर प्रमुख रोग बनता जा रहा है. यह बीमारी तेजी से बढ़ रही है. एसकेएमसीएच स्थित होमी भाभा कैंसर अस्पताल की स्क्रीनिंग में लगातार कैंसर के नये मरीज मिल रहे हैं. नवंबर 2022 से लेकर अप्रैल 2024 तक मुंह के कैंसर की जांच के लिए अस्पताल ने 12 लाख 449 लोगों की स्क्रीनिंग की. जिसमें 12 हजार 819 मरीज संदिग्ध पाये गये. जांच में दो हजार 54 मरीज मुंह के कैंसर से पीड़ित मिले. पिछले वर्ष ही इस कैंसर के 429 मरीज मिले थे. इनमें मुजफ्फरपुर के मरीजों की संख्या सबसे अधिक है. यहां 21 नये व 15 पुराने मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है. यह संख्या सूबे के अन्य जिलों से अधिक है. होमी भाभा कैंसर अस्पताल कैंसर मरीजों की पहचान के लिए लगातार स्क्रीनिंग कर रहा है. साथ ही तंबाकू का इस्तेमाल नहीं करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है.अस्पताल के प्रभारी डॉ रविकांत ने कहा कि कैंसर से बचाव, जागरूकता से ही संभव है. तंबाकू का इस्तेमाल लोग छोड़ेंगे तो मुंह के कैंसर जैसी बीमारियों से बचाव कर पायेंगे. सामाजिक संगठनाें ने की मांग, तंबाकू पर बैन लगे इंडियन डेंटल एसोसिएशन सहित शहर के अन्य सामाजिक संगठनों ने तंबाकू बैन की मांग की है. रोटरी लिच्छवी, लायंस सेंट्रल, नई सुबह कैंसर फाउंडेशन सहित अन्य संगठन तंबाकू को बैन करने की मांग पहले से ही करते आ रहे हैं. संगठनों का कहना है कि तंबाकू बैन किया जाये या इसके उत्पादों की कीमत इतनी बढ़ा दी जाये कि आम लोगों तक इसकी पहुंच बहुत कम हो. तंबाकू निषेध के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी भी लगातार अभियान चला रहा है. चित्र प्रदर्शनी के जरिये लोगों को तंबाकू के दुष्प्रयोग के बारे में बताया जा रहा है. ब्रह्मर्षि कल्याण परिषद् ने भी सीएम को पत्र लिख कर तंबाकू पर प्रतिबंध की मांग की है. पिछले साल संगठन के राम किशोर ने पत्र भेजकर कहा था कि तंबाकू के उपयोग से बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ रहा है. इससे कई गंभीर बीमारियों का खतरा होता है. इस कारण इस पर प्रतिबंध लगाया जाये.
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