मुजफ्फरपुर: रिटायर्ड फौजी के तीन परिजनों के एक साथ आत्महत्या का मामला उलझ गया है. देर शाम पोस्टमार्टम में मिले संकेत के अनुसार तीनों के गरदन के चारों तरफ की हड्डी टूटी पायी गयी है. वही गरदन पर चारों ओर रस्सी के निशान मिले है, जबकि आत्महत्या मामले में एक ओर की हड्डी ही टूटती है. यह भी संभावना जतायी जा रही कि तीनों की हत्या के बाद शव को लटका दिया गया है.
पुष्पेंद्र के पैर भी मुड़ा हुआ था. वही सरस्वती या ममता का जीभ भी बाहर नहीं आया था. इधर, पोस्टमार्टम से मिले संकेत के बाद पुलिस की अनुसंधान की दिशा बदल गयी है. हालांकि बुधवार को रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पायेगा.
एक नाप, एक रंग की रस्सी
पुलिस ने शव से एक नाप की रस्सी बरामद की है. वही पीले रंग की रस्सी से ही शव लटका पड़ा था. पुलिस का मानना है कि शव को लटकाने के ही रस्सी खरीदी गयी थी. पुष्पेंद्र का शव नीचे तक लटका था. तीनों का शव एक कोण पर टंगा था. पुलिस जब घर के अंदर गयी थी तो शव की स्थिति चौंक गयी थी.
मेले में भाग लेने गये थे गृहस्वामी
गौरीशंकर सिंह ने पुलिस को बताया कि जब मैं सोमवार को मुजफ्फरपुर से दरभंगा के आशापुर स्थित मजार पर लगने वाले मेले में गया था. मंगलवार को सुबह करीब आठ बजे मुजफ्फरपुर के फतेहपुर स्थित घर लौटने पर मेनगेट खोलने के लिए आवाज दिया. काफी देर बाद जब गेट नहीं खुला तो घर के पीछे खिड़की के पास आवाज देने गया तो देखा कि मेरी पत्नी व पुत्री गले में रस्सी डाल कर छत से झूल रही है. इसकी जानकारी लोगों को दी.