मुजफ्फरपुर: मिठनपुरा थाना के जमादार राम नरेश प्रसाद सिंह की सरकारी पिस्टल व दस राउंड जिंदा कारतूस की चोरी उनके छुट्टी के दौरान ही लखीसराय जिले में हुई है. जांच में इस बात का खुलासा हुआ है. हालांकि इसकी पुष्टि करने के लिए कोई अधिकारी तैयार नहीं है. कहा जा रहा है कि थाने के पुराने भवन में पुलिस कर्मी रहते हैं. ऐसे में कोई चोर घुसने की हिम्मत नहीं कर सकता. मामले की लीपापोती के लिए जानबूझ कर
मिठनपुरा थाने में मामला दर्ज कराया
गया है. हालांकि उन पर कार्रवाई व निलंबन तय माना जा रहा है. शनिवार को नगर डीएसपी अनिल कुमार सिंह जमादार व थानाध्यक्ष से पूछताछ करेंगे. आरोप तय होने के बाद उनके वेतन से पिस्टल की सरकारी दर की राशि की कटौती की जायेगी.
यहां बता दें कि राम नरेश प्रसाद सिंह सखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र के पवई गांव के रहने वाले हैं. 10 नवम्बर को छह दिन के छुट्टी पर गांव गये थे. उनका कहना था कि जाते समय अपना सरकारी पिस्टल व मैंगजीन में लगी दस राउंड गोली पलंग के नीचे रखे बक्सा में रख कर गये थे. छुट्टी से लौटने पर देखा कि पलंग के नीचे रखा बक्सा का ताला टूटा हुआ है. बक्सा से बीस हजार नगद, सरकारी पिस्टल व कारतूस गायब था. सिपाही से जमादार में प्रोन्नत होने के बाद 20 माह पूर्व उन्हें पुलिस लाइन कोत से सरकारी पिस्टल मिला था.
सही बात नहीं आने से अनुसंधान प्रभावित
पिस्टल चोरी के मामले में प्राथमिकी में सही बात नहीं आने पर अनुसंधान प्रभावित है. घटना दूसरी जगह के होने से पुलिस स्थानीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. सारा मामला कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी पर जाकर अटक गया है. इसके पूर्व भी अहियापुर थाने में तैनात दारोगा शशिरंजन प्रसाद का सरकारी पिस्टल व कारतूस चोरों ने उड़ा दिया था. लेकिन उस मामले की जांच भी अब तक पूरी नहीं हुई है.