मुजफ्फरपुर: चर्चित नवरुणा कांड के अनुसंधान में तेजी आ गयी है. सोमवार को फिर से सीआइडी की टीम शहर पहुंची. डीएसपी सह अनुसंधानक अशफाक अंसारी इस कांड को सुलझाने के लिए फिर से कई तथ्यों को खंगाला. यही नहीं, 19 सितंबर घटनास्थल पर जो सीन था, उसका स्केच तैयार कराया गया. वहीं 26 नवंबर को नाले से मिले कंकाल के समय का भी स्केच तैयार कराया गया है. बताया जाता है कि स्केच से अनुसंधान में पुलिस को काफी मदद मिलने की संभावना है.
इसके पूर्व शुक्रवार को सीआइडी कमजोर वर्ग के आइजी अरविंद पांडेय ने 19 सितंबर से लेकर अभी तक अनुसंधान से जुड़े तथ्यों की जानकारी नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद, पानापुर ओपी प्रभारी अमित कुमार, कटरा थानाध्यक्ष रमण कुमार व दारोगा अरमान अशरफ से ली थी. घटना के समय पूरे मामले को सुलझाने के लिए घटनास्थल पर एकत्रित किये तथ्यों पर विशेष रुप से चर्चा की. वही खिड़की की रॉड तोड़ कर नवरुणा को अपहृत किये जाने के मामले में आइजी ने पूछा कि जिस लंबाइ-चौड़ाई में रॉड को तोड़ा गया था, उससे नवरुणा को बाहर निकाला जा सकता था कि नहीं.
इसकी जांच की गयी या नहीं. वही उसके कमरे के बेड को ठीक से चेक किया गया की नहीं. इस तरह के कई सवाल अनुसंधान से जुड़े पुलिस पदाधिकारियों से किया गया. वही आइजी ने इस अपहरण कांड की गुत्थी सुलझाने के लिए घटनास्थल का स्केच तैयार करने का निर्देश दिया था. यहां बता दें कि 19 सितंबर की रात नवरुणा का चक्रवती लेन स्थित उसके कमरे की खिड़की तोड़ कर अपहृत कर लिया गया था.