मुजफ्फरपुर: नवरूणा अपहरण कांड की गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआइ की टीम दो दिनों से शहर में कैंप कर रही है. सीबीआइ की टीम गुरुवार को ही एसडीओ पूर्वी कार्यालय पहुंची. एसडीओ कार्यालय में कार्यरत कृष्णा पटेल से सीबीआइ अधिकारियों ने पूछताछ की. वह कन्हाई पटेल का बड़ा भाई है.
वह कई साल से उससे अलग रामबाग इलाके में रहता है. सीबीआइ की टीम कन्हाई पटेल की पत्नी से पूछताछ में जुटी है. हालांकि सीबीआइ के अधिकारी कुछ भी खुलासा करने से परहेज कर रहे है. बताया जाता है कि नवरूणा कांड में पूर्व भी पुलिस कन्हाई पटेल से पूछताछ की थी. लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया था. सीबीआइ टीम को यह जानकारी नहीं थी कि कन्हाई पटेल की हत्या हो चुकी है. उसकी हत्या की जानकारी मिलने पर टीम के सदस्य चौंक गये. उन्होंने फौरन उसके भाई से मिल कर पूरे घटना क्रम हो जाना.
जुटायी नामजद अभियुक्तों की जानकारी
कन्हाई पटेल की हत्या किस परिस्थिति में की गयी है. यह अब सीबीआइ के लिए अहम सवाल बन गया है. उसके हत्या में नामजद दोनों अभियुक्तों के बारे में सीबीआइ जानकारी जुटा रही है. बताया जाता है कि सीबीआइ की टीम प्रोपर्टी डीलर के कोण पर भी जांच कर रही है. बताया जाता है कि कन्हाई की पत्नी से टीम के सदस्य यह जानने चाह रहे कि उसने अपहरण कांड की कोई जानकारी उससे शेयर की थी नहीं.
अतुल्य ने सीबीआइ जांच पर उठाये सवाल
नवरूणा के पिता अतुल्य चक्रवती ने सीबीआइइ जांच की लेटलतीफी पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है. उनका कहना था कि सीबीआइ पॉलीग्राफी टेस्ट करा रही है. लेकिन उन तीन पुलिस कर्मी को बचा रही है. केस के प्रथम आइओ अमित कुमार, तत्कालीन नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद व सीआइडी के आइओ डीएसपी अशफाक अंसारी का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए. वे पहले दिन से ही इन तीन पुलिस कर्मी का टेस्ट कराने को कह है. इनके टेस्ट कराने से सारा मामला खुल जायेगा. जनवरी माह में सीबीआइ ने जांच शुरू की थी. लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है. 25 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में तिथि तय है. वे लोग वकील के माध्यम से अपनी बात रखेंगे.
कंकाल का रहस्य जानने को पॉलीग्राफ टेस्ट
कोर्ट में सीएफएसएल से जांच रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद नवरूणा के अपहरण की गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआइ की जांच की दिशा नाले से मिले कंकाल की तरफ है. 26 नवंबर 2012 को नाले से मिल कंकाल के रहस्य को जानने के लिए ही सीबीआइ ने दस लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने का निर्णय लिया है. इन दस में सभी ऐसे ही लोग है, जो नाला की सफाई कराने से लेकर करने में शामिल थे. आइओ ने वार्ड 23 के पार्षद पति राकेश कुमार सिन्हा उर्फ पप्पू, गौतम कुमार चौधरी, मुनींद्र झा, श्याम पटेल, सुदीप चक्रवती, अजय कुमार, रामु राम, शंभु राम, रोहित कुमार व होटल संचालकअभय गुप्ता का टेस्ट कराने की अनुमति मांगी है. सीबीआइ की छानबीन में पता चला था कि होटल संचालक की शिकायत पर नाले की सफाई करायी गयी थी. वह पार्षत पति के निर्देश पर निदान कर्मी कंकाल बरामदगी के लिए नाले की सफाई करने पहुंचे थे. वही श्याम पटेल व सुदीप के संलिप्तता की भी जांच की जा रही है.