मुजफ्फरपुर : सरैया थानाक्षेत्र के बसैठा गांव में शराब तस्करी के लिए नयी स्कॉर्पियो से निकले शातिर अपराधी मिथिलेश कुमार सिंह व उसके चालक नवीन कुमार चौधरी को विशेष पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. गाड़ी से पुलिस ने पांच लीटर शराब और मिथिलेश के पास से लोडेड देसी पिस्टल बरामद किया गया.
पूछताछ में मिली जानकारी के बाद पुलिस ने मिथिलेश कुमार सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की. इसमें उसके तीन और अपराधियों को शराब की खेप व तीन लोडेड देसी कट्टा के साथ गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार सभी अपराधी पूर्व से कई कांडों में आरोपित रहे है. पुलिस को कई केस में तीनों की तलाश थी.
एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि गुप्त सूचना पर एसडीपीओ सरैया के नेतृत्व में सरैया, जैतपुर, पारू व देवरिया थानेदार की टीम ने छापेमारी कर सभी को गिरफ्तार किया है.
सभी अपराधी शराब व हथियार तस्करी करते हैं. पूछताछ में मिली जानकारी से हथियार व शराब तस्करी के कई मामलों को सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली है. मिथिलेश कुमार सिंह पर हत्या व लूट के कई मामले दर्ज है. वहीं, इसके अन्य साथियों पर हत्या, लूट सहित हथियार व शराब तस्करी के कई केस दर्ज है. पुलिस को इन सभी की तलाश थी.
ये अपराधी किये गये गिरफ्तार. मिथिलेश कुमार सिंह (जैतपुर ओपी के नवादा), अगम कुमार सिंह (पारू थाना के कोईरिया निजामत), मयंक कुमार (सदर थाना के पताही), अंशु चौधरी (तुर्की ओपी के खरौना), नवीन कुमार चौधरी (तुर्की ओपी के खरौना)
बरामद सामानों की सूची. नाइन एमएम की एक देसी पिस्टल, नाइन एमएम के दो कारतूस, नाइन एमएम का एक मैगजीन, तीन देसी कट्टा, 315 बोर का तीन कारतूस, बिना नंबर की एक नयी स्कॉर्पियो, एक आॅल्टो कार, एक टाटा इंडिगो गाड़ी, विदेशी शराब 45 लीटर लगभग शामिल है.
छापेमारी दल में शामिल पुलिस पदाधिकारी
एसडीपीओ सरैया राजेश शर्मा, सरैया थानेदार अजय कुमार पासवान, जैतपुर ओपीध्यक्ष शशिभूषण कुमार, पारू थानेदार फैसल अहमद अंसारी, देवरिया थानेदार संजय स्वरूप, जैतपुर ओपी जमादार सत्यदेव राम शामिल थे.
मुख्य धारा से जुड़ने के लिए कर चुका है आत्मसमर्पण
वर्ष 2016 में सात सितंबर को तत्कालीन एसएसपी विवेक कुमार के समक्ष उनके कार्यालय में अमित सिंह ने पुलिस के दबाव आत्मसमर्पण किया था. तब मिथिलेश ने अपराध से नाता तोड़ मुख्य धारा से जुड़ने की बात कही थी. रेवा रोड में 14 मार्च 2013 को यादव नगर गेट स्थित नारायण ठाकुर की दुकान के आगे पंकज की हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में इन दोनों का नाम आया था. मिथिलेश सिंह को जिले के कई थानों की पुलिस तलाश रही थी. जिले के कई थानों में इस पर केस दर्ज है. सदर थाना में 21 अक्तूबर 2015 को कांड संख्या -557/15 दर्ज किया था. सदर थाने में गिरफ्तार मयंक ने मिथिलेश के संरक्षण में काम करने की बात स्वीकारी थी. मयंक ने भगवानपुर चौक के एक कपड़ा दुकानदार से दस लाख की रंगदारी मांगी थी. इनकार करने पर उसकी दुकान पर गोलीबारी व बमबारी की थी. जैतपुर थाना में दो मामले दर्ज हैं.
रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी सदर पुलिस
बीते वर्ष में मिथिलेश सिंह पर सदर थाने में उसके व अन्य साथियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. दारोगा बृज किशोर यादव के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में पताही गांव में मिथिलेश सिंह व उसके शार्गिदों ने शराब पीने के साथ फायरिंग करने का आरोप लगाया गया था. छापेमारी के दौरान पुलिस ने शराब की बोतल को बरामद किया था. पुलिस इस मामले में उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है. इसके अलावा मिथिलेश सिंह पर सदर थाना में वर्ष 2015 में केस दर्ज है.
मिथिलेश सिंह की पत्नी सहित तीन को पूछताछ के बाद छोड़ा
एसएसपी कोठी पर हंगामा करने के आरोप में हिरासत में ली गयी मिथिलेश सिंह की पत्नी श्वेता कुमारी सहित तीन लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया. गुरुवार काे वह एसएसपी आवास पर अपने पति से मिलने पहुंची थी. इस दौरान वह हंगामा करने लगी थी. उसके साथ मिथिलेश के दो दोस्त भी थे. इसमें एक दवा दुकानदार और दूसरा उसके कांटी फैक्ट्री में काम करने वाला सहयोगी था. एसएसपी आवास पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने हिरासत में ले लिया था. इसके बाद विशेष पुलिस टीम तीनों को लेकर नगर थाने पहुंची थी. पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया गया था.