मुजफ्फरपुर/गोपालगंज : साहेबगंज थानाक्षेत्र के मेनिया गाछी से एसटीएफ ने यूपी-बिहार पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके अंतरराज्यीय गैंग के सरगना विशाल सिंह को उसके चार अपराधियों के साथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अपराधियों के पास से आठ मोबाइल बरामद किये गये.
सारण के डीआइजी विजय कुमार वर्मा ने पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में प्रेसवार्ता कर गिरफ्तारी की जानकारी दी. डीआइजी ने कहा कि यूपी-बिहार में तीन हत्याओं समेत करीब 22 अापराधिक मामलों में विशाल सिंह और उसके गैंग के सक्रिय अपराधियों की तलाश थी.
विशाल सिंह उर्फ वीर सिंह मीरगंज थाने के मटिहानी माधो का रहनेवाला है. गिरफ्तार अन्य अपराधियों में उचकागांव थाने के बालाहाता गांव के शंभु सिंह, भोरे थाने के बड़हरा गांव का वीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डीएस उर्फ टाइगर, इसी गांव का मन्नु सिंह तथा यूपी के देवरिया जिले के खामपार थाने के दीक्षित टोली निवासी प्रदीप यादव शामिल हैं.
डीआइजी ने कहा कि इन सभी अपराधियों के विरुद्ध हत्या, रंगदारी और ऑर्म्स उक्ट के मामला दर्ज हैं. मीरगंज, उचकागांव, हथुआ, भोरे के अलावा सीवान और उत्तर प्रदेश के इलाकों में भी वारदात को अंजाम देता था.उन्होंने कहा कि वारदात को अंजाम देने के बाद बॉर्डर इलाका पास कर अपराधी आसानी से यूपी में भाग जाता था.
यूपी पुलिस के सहयोग से कुख्यात अपराधियों को पकड़ा गया. वहीं एसपी मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि कुख्यात विशाल को पकड़ने के लिए 50 हजार रुपये का इनाम रखने के लिए अनुशंसा पुलिस मुख्यालय में की गयी थी. इनाम की घोषणा के लिए निर्देश जारी होने से पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
वहीं विशाल और गैंग के सक्रिय अपराधियों की गिरफ्तारी से मीरगंज समेत अन्य शहरों के कारोबारियों ने राहत की सांस ली है. गिरफ्तारी के बाद कड़ी पूछताछ कर पुलिस ने जेल भेज दिया. एसपी ने कहा कि गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी अभियान जारी रहेगा. मौके पर हथुआ के एएसपी अशोक कुमार चौधरी, सदर एसडीपीओ नरेश पासवान, उचकागांव, मीरगंज व हथुआ के पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.