मुजफ्फरपुर: मुंशी सिंह कॉलेज मोतिहारी से एलएलबी की डिग्री हासिल कर चुके करीब छह सौ छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिली है. बार कौंसिल ऑफ इंडिया ने इन छात्रों के बार कौंसिल से पंजीयन पर लगी रोक हटा ली है.
हालांकि इसके लिए कॉलेज प्रबंधन को बार कौंसिल ऑफ इंडिया को साढ़े दस लाख रुपये जुर्माना भरना पड़ा है. इसके साथ ही एलएलबी की डिग्री हासिल कर चुके ये छात्र अब स्टेट बार कौंसिल या बार कौंसिल ऑफ इंडिया से पंजीकृत होकर वकालत की प्रैक्टिस कर सकेंगे. ये सभी कॉलेज के सत्र 2006-07 से 2012-13 के छात्र हैं.
मुंशी सिंह कॉलेज मोतिहारी के परिसर में चल रहे मुंशी सिंह लॉ कॉलेज को 2005-06 बार कौंसिल ऑफ इंडिया की संबद्धता प्राप्त थी. आगे के सत्र में संबद्धता के लिए वार्षिक बार कौंसिल ऑफ इंडिया का वार्षिक निरीक्षण जरू री था. इसके लिए कॉलेज को आवेदन देना था. पर कॉलेज प्रशासन ने सत्र 2006-07 से 2012-13 तक संबद्धता के लिए जनवरी 2013 में आवेदन दिया. इस बीच बिना संबद्धता के ही कॉलेज में छात्र-छात्रओं का नामांकन हुआ और वे पास आउट भी हुए. पर एलएलबी की डिग्री होने के बावजूद कॉलेज को संबद्धता हासिल नहीं होने के कारण स्टेट बार कौंसिल व बार कौंसिल ऑफ इंडिया ने इन छात्र-छात्रओं का पंजीयन करने से इनकार कर दिया. बाद में मामला बार कौंसिल ऑफ इंडिया के लीगल एजुकेशन कमेटी में रखा गया, जिसने इसके लिए सब कमेटी का गठन किया. सब कमेटी ने मामले की जांच के बाद संबद्धता के लिए देर से आवेदन देने के कारण कॉलेज प्रबंधन पर डेढ़ लाख रुपये प्रति सत्र के हिसाब से जुर्माना लगाने का फैसला लिया. यही नहीं कॉलेज प्रबंधन को सत्र 2008 व 2009 का निरीक्षण शुल्क भी बार कौंसिल ऑफ इंडिया में जमा कराना होगा.