कुढ़नी: थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर बसंत गांव में भूमि विवाद में बहनोई व उसके सहयोगियों ने साला, सास व साले की पत्नी पर तेजाब छिड़क दिया. इससे तीनों गंभीर रूप से झुलस गये. घायलों को ग्रामीणों ने पीएचसी में भरती कराया. जहां से उन्हें एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया. तीनों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. समाचार लिखे जाने तक फिलहाल पीड़ितों ने थाने में किसी प्रकार का आवेदन नहीं दिया है.
रघुनाथपुर बसंत गांव में किशन राय ने जबरन अपने साले उपेंद्र राय की जमीन पर झोंपड़ी बना ली थी. इसका उपेंद्र राय ने विरोध किया. इस पर गुरुवार सुबह बहनोई किशन राय ने सहयोगियों के साथ मिल कर हमला कर दिया. मारपीट कर तेजाब छिड़क दिया. इसमें उपेंद्र राय (40), पत्नी मंजू देवी (35) व मां चनवतीया देवी (70) घायल हो गई. तीनों का चेहरा व शरीर झुलस गया है.
उपेंद्र राय ने बताया कि उसने बहन की शादी वैशाली के पातेपुर गांव निवासी किशन राय के साथ की थी. 2009 में बहन की मौत हो गई. इसके बाद उपेंद्र ने भांजा सुनील कुमार व भांजी कांति कुमारी को अपने पास रख पालन-पोषण करने लगा. इधर पत्नी की मौत के कुछ दिन बाद ही किशन ने पातेपुर की ही एक महिला से दूसरी शादी कर ली. उस महिला को पांच बच्चे थे. शादी के बाद वह पत्नी को लेकर रघुनाथपुर बसंत चला आया. इसका उपेंद्र व उसके परिजनों ने विरोध कर उसे घर से निकाल दिया. इसके बाद वह पत्नी के साथ हाजीपुर रहने लगा. दस दिन पूर्व किशन एक बार फिर पत्नी को लेकर रघुनाथपुर पहुंचा. उपेंद्र ने उन्हें शरण नहीं दी. इसके बाद उपेंद्र के चचेरे भाई रविंद्र राय ने दोनों को अपने पास रखा.
उपेंद्र ने बताया, पिछले सोमवार को उसके घर के सामने पूरब दिशा में स्थित 12 कट्ठा के प्लॉट में झोपड़ी गाड़ दिया. इसको लेकर फिर दोनों में काफी बकझक हुई. इस मामले को लेकर मंगलवार को पंचायती भी हुई. पंचों ने झोंपड़ी हटाने का निर्देश दिया. बुधवार को झोंपड़ी नहीं हटाये जाने पर उपेंद्र नेसरपंच को जानकारी दी, लेकिन गंभीरता से नहीं लिया. गरुवार को किशन झोंपड़ी हटाने के बजाय उसमें सामान रखने लगा. यह देख उपेंद्र, उसकी पत्नी व मां उसे मना करने गई. बकझक शुरू हुआ. पहले से तैयार किशन राय व रविंद्र राय ने अन्य लोगों की मदद से उन पर लाठी डंडे से हमला कर दिया. इसके बाद तीनों को ऊपर तेजाब छिड़क दिया.