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मुजफ्फरपुर : बीएमपी- 6 का बेस्ट शूटर हुआ करता था प्रेमचंद्र, कैसे बना हत्यारा, पुलिस कर रही जांच

मुजफ्फरपुर : प्रेमचंद्र प्रसाद कभी बीएमपी-6 का बेस्ट शूटर हुआ करता था. कैसे व किस परिस्थिति में वह हत्यारा बना, इस बिंदु पर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी हैं. उसकी ट्रेनिंग बीएसएफ कैंप लातुर से हुई थी. शूटिंग में 20 में से 18 गोली एक ही टारगेट पर लगता था. कई बार उसे राज्य […]

मुजफ्फरपुर : प्रेमचंद्र प्रसाद कभी बीएमपी-6 का बेस्ट शूटर हुआ करता था. कैसे व किस परिस्थिति में वह हत्यारा बना, इस बिंदु पर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी हैं. उसकी ट्रेनिंग बीएसएफ कैंप लातुर से हुई थी. शूटिंग में 20 में से 18 गोली एक ही टारगेट पर लगता था. कई बार उसे राज्य के बाहर ड्यूटी में भी लगाया गया था.
पिछले डेढ़ साल से उसका व्यवहार बिल्कुल बदल गया था. वह हमेशा अपने साथियों के साथ गाली- गलौज व मारपीट करने के कारण चर्चा में बने रहते थे. लेकिन, किसी को अंदेशा नहीं था कि वह अपने साथी की गोली मार हत्या कर देगा.
मनीष को क्यों मारी गोली, दिनभर होती रही चर्चा . मनीष की हत्या के 15 घंटे बाद भी कारण स्पष्ट नहीं हो पायी है. बीएमपी- 6 के अधिकारी व जवान ही वजह के बारे में कुछ खुलकर नहीं बता पा रहे हैं. मनीष व प्रेमचंद्र में विवाद होने के बारे में जवानों से पूछताछ की गयी तो उन्होंने साफ इनकार किया.उनका कहना था कि मनीष बहुत सीधा लड़का था. वह कभी प्रेमचंद्र से सीधी मुंह बातचीत भी नहीं करता था. तो विवाद क्यों होगा.
महिला सिपाही को थप्पड़ मारने में हुआ था सस्पेंड
2017 के जनवरी माह में बीएमपी- 6 में ही महिला सिपाही माधुरी कुमारी को थप्पड़ मारने के कारण प्रेमचंद्र को सस्पेंड किया गया था. उसने छह माह पूर्व बैरक में ही सिपाही रौशन कुमार के साथ मारपीट की थी.
जिसकी शिकायत अधिकारियों से की गयी थी . जवानों का कहना था कि वह खुद को अन्य सिपाहियों से अकेला कर लिया था. वह खुद से खाना बनाता था . रोजाना कम से कम दो लिटर दूध पीता था .
महिला सिपाही को थप्पड़ मारने में हुआ था सस्पेंड
2017 के जनवरी माह में बीएमपी- 6 में ही महिला सिपाही माधुरी कुमारी को थप्पड़ मारने के कारण प्रेमचंद्र को सस्पेंड किया गया था. उसने छह माह पूर्व बैरक में ही सिपाही रौशन कुमार के साथ मारपीट की थी.
जिसकी शिकायत अधिकारियों से की गयी थी . जवानों का कहना था कि वह खुद को अन्य सिपाहियों से अकेला कर लिया था. वह खुद से खाना बनाता था . रोजाना कम से कम दो लिटर दूध पीता था .
जासूसी और सस्पेंस फिल्में देखने का था शौकीन
प्रेमचंद्र जासूसी और सस्पेंस फिल्में देखने का शौकीन था. उसके पास के बेड पर रहनेवाले एक सिपाही ने बताया कि वह हमेशा जासूसी, सस्पेंस और मारपीट वाली फिल्में अपने मोबाइल में भारकर देखना पसंद करता था. फिल्म देखने के दौरान अगर कोई उससे कुछ पूछता भी तो वह गाली- गलौज शुरू कर देता था. मोबाइल से पत्नी से बातचीत करने के दौरान वह गाली- गलौज शुरू कर देता था.डर से कोई भी जवान उससे बातचीत नहीं करता था. हमेशा वह सभी जवानों को संदेह की दृष्टि से ही देखता था.
अधिकारियों में भी प्रेमचंद्र का था खौफ, मनचाहा मिलती थी ड्यूटी
सिपाहियों ने दबी जवान से बताया कि जवानों को छोड़िये अधिकारियों के बीच भी प्रेमचंद्र का खौफ था. उसको मनचाही ड्यूटी मिलती थी. जब मन किया तब अपना बेड बांधकर घर को निकल जाता था. उसके खिलाफ कोई आवाज उठाने को तैयार नहीं था. अगर कोई बोलता तो उसके साथ गाली-गलौज व मारपीट शुरू कर देता था .

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