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धान के खेत में होगा मछली व बत्तख पालन, पहली बार कृषि विज्ञान केंद्र सरैया में मत्स्य वैज्ञानिक की हुई पोस्टिंग
रवींद्र कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर : किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मत्स्य पालन को कृषि के साथ जोड़ने की तैयारी हो रही है. अब खेतों में धान के साथ-साथ मछली का उत्पादन भी किया जायेगा. जलजमाव वाले इलाके को भी इसके लिए उपयोग में लाया जायेगा. तालाबों में मछली पालन के साथ बत्तख पालन […]
रवींद्र कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर : किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मत्स्य पालन को कृषि के साथ जोड़ने की तैयारी हो रही है. अब खेतों में धान के साथ-साथ मछली का उत्पादन भी किया जायेगा. जलजमाव वाले इलाके को भी इसके लिए उपयोग में लाया जायेगा. तालाबों में मछली पालन के साथ बत्तख पालन भी होगा. कृषि विज्ञान केंद्र सरैया की टीम इन दिनों जिले के विभिन्न इलाकों में सर्वे कर रही है, ताकि योजना को जल्द लागू किया जा सके. इसके लिए किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा.
सरकार के किसानों की आय में वृद्धि के लिए जारी प्रयास के तहत केबीके सरैया में पहली बार मत्स्य पदाधिकारी के पद पर शोभा रावत की बहाली की गयी है. उत्तराखंड की रहने वाली मत्स्य वैज्ञानिक शोभा रावत पिछले 28 सितंबर को यहां योगदान देने के साथ ही केबीके सरैया के अधीनस्थ क्षेत्र में आने वाले पारू, सरैया, साहेबगंज, कांटी, मोतीपुर, मड़वन व मीनापुर प्रखंड में इसको लेकर सर्वे शुरू कर डाटा संग्रह कर रही हैं.
शोभा रावत ने बताया कि किसानों की आय दोगुनी हो, इसके तहत खेती के साथ ही मछली पालन को बढ़ावा देने पर सरकार बल दे रही है. इसके लिए वह खुद किसानों के बीच जाकर उन्हें लाभ बतायेंगी. रावत ने बताया कि खेती में कई समस्या भी आ रही है. बाढ़, सूखा व कीटों के प्रकोप से किसानों को काफी नुकसान हो जाता है. इस नुकसान से कैसे बचें, और किसानों को अधिक लाभ कैसे हो, इसको लेकर खेती के साथ ही मछली व बत्तख पालन भी किया जा सकता है.
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