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मुजफ्फरपुर : एमआइटी लैब की रिपोर्ट ही मानेगा निगम
मुजफ्फरपुर : शहर में बनने के साथ सड़क व नालों के टूटने की शिकायत पर नगर निगम में घमसान मच गया है. उप महापौर मानमर्दन शुक्ला की तरफ से हाल में सड़क व नाला से जुड़ी चार योजनाओं का भुगतान करने पर उठाये गये सवाल के बाद नगर आयुक्त ने गहराई से मामले की जांच-पड़ताल […]
मुजफ्फरपुर : शहर में बनने के साथ सड़क व नालों के टूटने की शिकायत पर नगर निगम में घमसान मच गया है. उप महापौर मानमर्दन शुक्ला की तरफ से हाल में सड़क व नाला से जुड़ी चार योजनाओं का भुगतान करने पर उठाये गये सवाल के बाद नगर आयुक्त ने गहराई से मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.
उप महापौर ने जिन चारों योजनाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा किया है. उसकी जांच रिपोर्ट मोतिहारी के एक सरकारी विभाग के लैब से तैयार है. इसमें मानक से काफी बेहतर गुणवत्ता की बात कही गयी है. जांच रिपोर्ट पर विभाग के अधीक्षण व सहायक अभियंता का हस्ताक्षर है. इसलिए, नगर आयुक्त ने इसे सही करार दिया है, लेकिन भविष्य में इस तरह का सवाल-जवाब नहीं देना पड़े. इसके लिए उन्होंने कड़ा फैसला लिया है.
विकास शाखा के कर्मियों वे इंजीनियरों को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि अब किसी भी योजना का कार्य पूरा होने के बाद गुणवत्ता की जांच एमआइटी के लैब से करानी होगी. दूसरे लैब से गुणवत्ता जांच रिपोर्ट मान्य नहीं होगा. विकास शाखा को ठेकेदारों को इससे संबंधित दिशा-निर्देश जारी करने को कहा है.
हाल के दिनों में कई सड़क व नाले का निर्माण अलग-अलग एजेंसियों एवं अलग-अलग योजना मद की राशि से हुआ है, लेकिन उन सड़कों की हालत जर्जर हो गया है. इसमें बीबी कॉलेजिएट रोड मोतीझील, नगर आयुक्त आवास के सामने एमआरडीए रोड आदि शामिल हैं. वार्ड नंबर 27 में बने सड़क की गुणवत्ता को लेकर स्थानीय पार्षद अजय ओझा ने इसकी शिकायत भी नगर आयुक्त से की है. सिकंदरपुर रोड भी जर्जर हो गया है.
कलमबाग चौक पर एमएलसी डॉ संजय सिंह के आवास के सामने नाला का निर्माण हुआ है. बनने के साथ टूट गयी है. नगर आयुक्त ने जांच कर काम कराने वाले ठेकेदार को नोटिस भी किया है. इसी तरह कई ऐसे सड़क व नाला है. इसकी गुणवत्ता पर निर्माण के तीन माह बाद सड़क टूटने लगी है.
अगले सप्ताह होगी विकास योजनाओं की समीक्षा : शहरी क्षेत्र में सड़क, नाला निर्माण व जलापूर्ति से जुड़ी विकास योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट पर अगले सप्ताह नगर निगम में समीक्षा होगी.
बिना ऑन-स्पॉट गुणवत्ता की जांच किये बगैर भुगतान की प्रक्रिया अपनाने सहित कई मुद्दों को लेकर इसमें चर्चा होगी. उप महापौर ने इसके लिए मेयर व नगर आयुक्त को पत्र लिख मीटिंग बुलाने को कहा है. इधर, गुरुवार की शाम उप महापौर विकास शाखा पहुंच कई योजनाओं की संचिकाओं को खंगाल प्रगति रिपोर्ट का जायजा लिया है.
रिपोर्ट ओके पर फिर क्यों टूट रहीं सड़कें
जमीनी हकीकत से दूर लैब जांच में सड़क निर्माण में प्रयुक्त सामग्री मानक के पैमाने पर खरी उतरती है. रिपोर्ट में ओके कर दिया जाता है.
जिन चार योजनाओं के भुगतान पर सवाल खड़ा हुआ है. उन चारों योजनाओं की रिपोर्ट बहुत ही बेहतर बताया गया है. यानी मानक से काफी बेहतर सड़क का निर्माण हुआ है. अब सवाल उठता है कि यदि निर्माण सामग्री जांच में ओके है तो फिर बनने के साथ ही सड़कें क्यों टूट जाती है. ऐसे में सामग्री जांच रिपोर्ट सवालों के घेरे में है.
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