मुजफ्फरपुर: शहर के युवा ज्योतिषाचार्य पं.दीपक कुमार मिश्र का निधन मंगलवार को हो गया. वे डीपीएस स्कूल के निदेशक रतन पराशर के साथ शादी समारोह में शामिल होने सोमवार राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली गये थे. वहां पहुंचने के बाद वे कार में बैठे. इसी दौरान इसके बाद हार्ट अटैक हुआ, जिससे उनकी मौत हो गयी. उनकी मौत की खबर आने के बाद से परिवार में चीत्कार मच गया.
पिता वैद्यनाथ मिश्र सदमे में हैं. मां व पत्नी रोते-रोते बेहाल हैं. पं.मिश्र की बहन भारती ने कहा कि पराशर जी का फोन आया था. उन्होंने बताया कि ट्रेन में ही उनकी तबियत खराब होने लगी थी. दिल्ली पहुंचने के बाद जब वे कार पर बैठे तो बेसुध हो गये. उन्हें तत्काल भरत चंद्रा अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. चचेरे भाई संदीप मिश्र ने कहा कि बस इतना पता चला कि वहां कार की पिछली सीट पर दीपक बैठे थे. बुधवार को रतन पराशर शव को लेकर यहां पहुंचेंगे. संदीप ने कहा कि मेरी जिंंदगी का यह सबसे बड़ा हादसा है. उनका एक बेटा छह साल का है, दूसरा नौ महीने का है. अब उन बच्चों का क्या होगा.
कम समय में बनायी थी पहचान: ज्योतिषाचार्य पं.दीपक मिश्र की गिनती शहर के अच्छे ज्योतिषाचार्य में होती थी. महज 38 वर्ष की उम्र में उन्होंने ज्योतिष के क्षेत्र में अपनी पहचान बनायी थी. फलित ज्योतिष में आचार्य की उपाधि के बाद उन्होंने ज्योतिष को पेशे के तौर पर अपनाया. अहियापुर स्थित अपने आवास पर इन्होंने शाक्य ज्योतिष केंद्र की स्थापना की. इन्होंने श्वेताभ शार्क को भी स्थापित किया. हर वर्ष गणोश चतुर्थी पर यहां मेला लगता था. सही गणना के कारण इन्हें दिल्ली में अखिल भारतीय ज्योतिष मंडल ने गोल्ड मेडल से सम्मानित किया था. इसके अलावा कई संस्थाओं की ओर से यह सम्मानित हुए थे.
लोगों ने दी श्रद्धांजलि: ज्योतिषाचार्य के निधन की खबर सुनते ही शहर के लोग शोकाकुल हो गये. पहले तो लोगों को विश्वास नहीं हुआ. पं. दीपक कुमार मिश्र के रिश्तेदार डा शेखर शंकर, डा राकेश मिश्र, रत्नेश मिश्र, राजेश मिश्र, डा अरविंद कुमार, गरीबनाथ मंदिर के पुजारी पं.विनय पाठक, प्रेम रंजन सहित कई लोगों ने शोक व्यक्त किया.