मुजफ्फरपुर: एसेकएमसीएच में एइएस के लक्षणों से पीड़ित पांच वर्षीय वर्षा ने शुक्रवार को दोपहर 1.50 बजे दम तोड़ दिया. एसकेएमसीएच ने बच्ची की मौत का कारण ब्रेन हेमरेज बताया. हालांकि वर्षा के पिता उमाशंकर राय ने कहा कि डॉक्टर के अनुसार बच्ची को दिमागी बुखार था. इसलिए उसकी मौत हुई है. उन्होंने बताया कि बच्ची के सिर में कभी चोट नहीं लगी थी. एक सप्ताह पहले वह पूरी तरह ठीक थी.
डॉक्टर गोपाल शंकर सहनी ने कहा कि मेरे पास बच्ची को इलाज के लिए लाया गया था. उसे तेज बुखार व चमकी थी. मेरे पास जब उसे परिजन दिखाने लाये तो वह बेहोश थी. एइएस जैसे लक्षणों को देखते हुए मैंने उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया. बच्ची को आइसीयू में भरती कर इलाज शुरू किया गया. शुक्रवार दोपहर में उसकी मौत हो गयी.
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अरुण शाह कहते हैं कि तेज बुखार से मौत हाइपरपैरेक्सिया में हो सकती है.
एइएस नहीं था तो सिटी स्कैन क्यों नहीं
एसकेएमसीएच में वर्षा को गुरुवार को 10.45 बजे भरती किया गया. अब सवाल उठता है कि बच्ची को एइएस नहीं था तो गुरुवार को सुबह से रात तक बच्ची का सिटी स्कैन क्यों नहीं किया गया. शुक्रवार को जब बच्ची की हालत बिगड़ गयी तो सिटी स्कैन क्यों कराया गया. पूरे 24 घंटे तक बच्ची का इलाज किस बीमारी के लिए किया गया. यदि उसका ब्रेन हेमरेज हुआ तो आखिर उसे कौन सी बीमारी थी.
एइएस की पहचान तुरंत में मुश्किल है. यदि सभी जांच के बाद कुछ नहीं निकले तो माना जाता है कि एइएस है. मेडिकल कॉलेज में वर्षा की मौत का कारण ब्रेन हेमरेज बताया जा रहा है.
डॉ ज्ञान भूषण, सिविल सजर्न