मुजफ्फरपुर: हल्की आंधी में शनिवार को जिले के तमाम फीडरों ने लोड लेना बंद कर दिया. इससे हाईवोल्टेज के कारण ग्रिड से आपूर्ति ठप हो गयी और पूरे जिले में एक घंटे के लिए ब्लैक आउट हो गया. चारों ओर बिजली के लिए हाहाकार मचा रहा.
तेज आंधी में कहीं तार टूटा, कही जंफर कटा और दर्जनों जगहों पर ट्रांसफॉर्मर के फ्यूज उड़े. रात के आठ बजे के बाद स्थिति सामान्य फॉल्ट को दुरुस्त किया गया तब जाकर स्थिति सामान्य हुई. इस आंधी ने बिजली की जजर्र व्यवस्था की पोल खोल दी है. कंपनी के पीआरओ आशीफ मसूद ने बताया कि आंधी तूफान में सुरक्षा की दृष्टिकोण से बिजली बंद कीजाती है.
कई इलाकों में ठप रही बिजली: आंधी के कारण सुबह 11 बजे से ही फीडरों ने लोड लेना बंद कर दिया, जिसको लेकर ग्रिड में शाम के 3:05 बजे हाइवोल्टेज हुआ. इससे पूरे जिले में ब्लैक आउट हो गया. शाम करीब 4:05 फीडरों ने लोड लेना शुरू किया तब जाकर ग्रिड से आपूर्ति शुरू हुई. स्थिति यह थी कि एसकेएमसीएच ग्रिड में 40 मेगावाट बिजली थी लेकिन लोड 2-3 मेगावाट था, वहीं रामदयालु स्थित भिखनपुर ग्रिड में 50-60 मेगावाट बिजली थी और लोड 5-10 मेगावाट था. जीरोमाइल व मोतीझील में एलटी तार टूटने के कारण दिनभर बिजली गुल रही. वहीं बेला टाउन वन में बिजली ट्रिप करने के कारण पूरे बेला पावर सब स्टेशन से जुड़े शहर के पूर्वी क्षेत्र की बिजली गुल हो गई. इसके अलावा दर्जनों ट्रांसफॉर्मरों केफ्यूज उड़े.
अभी एक सप्ताह तक जारी रहेगा बिजली संकट : कांटी एमटीपीएस से रामदयालु ग्रिड में आने वाले 132 (1 लाख 32 हजार) के तार बदलने को लेकर जिले के पश्चिमी क्षेत्र अगले एक सप्ताह तक बिजली संकट जारी रहेगा. इस इलाके में तार बदलने को लेकर दिनभर बिजली आपूर्ति बंद रहती है. अभी करीब 8-10 किमी तार बदलना शेष रहा गया है.
बालूघाट में दिनभर बिजली बंद: बालूघाट इलाके में पिछले एक सप्ताह से दिनभर बिजली बंद रहती है. कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि अखाड़ाघाट बांध में विद्युत पोल लगाने का काम चल रहा है, इसको लेकर दिन में बालूघाट इलाके की बिजली सुबह दस से शाम के छह बजे तक बंद रहती है. अब कुछ ही काम शेष बचा है.