1 यह तसवीर पूर्वी चंपारण जिले के अरेराज प्रखंड कार्यालय की है. छत इतनी जर्जर हो गयी है कि कभी भी गिर सकती है. दहशत में कर्मी हेलमेट पहन कर काम करने को मजबूर हैं. बारिश के कारण छत से पानी का रिसाव होने लगा है. भवन को एक साल पहले परित्यक्त घोषित किया जा चुका है, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही का आलम यह है कि अब तक भवन को खाली नहीं कराया जा सका.
2यह कोई बाढ़ से प्रभावित इलाका नहीं, बल्कि शहर के ही मिठनपुरा स्थित दास कॉलोनी का दृश्य है. यह स्थिति बारिश के बाद जलजमाव की है. लगातार हो रही बारिश के कारण इलाके में इतना पानी भर गया है कि ऊंचे स्थान तक जाने के लिए कॉलोनी के लोगों को ट्यूब से बनी नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. जलजमाव से समान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. फोटो : दीपक