परेशानी. मूल्यांकन के बहिष्कार से छात्रों के भविष्य पर मंडरा रहा खतरा
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प्रायोगिक परीक्षा से भी छात्रों को किया वंचित
परेशानी. मूल्यांकन के बहिष्कार से छात्रों के भविष्य पर मंडरा रहा खतरा इंटर उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन बहिष्कार 17वें दिन भी जारी रहा. इससे छात्रों के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लग रहा है. स्थिति यह है कि छात्रों के परीक्षा की पूरी प्रक्रिया भी अब तक पूरी नहीं हो पायी है़ मुंगेर : वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा […]
इंटर उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन बहिष्कार 17वें दिन भी जारी रहा. इससे छात्रों के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लग रहा है. स्थिति यह है कि छात्रों के परीक्षा की पूरी प्रक्रिया भी अब तक पूरी नहीं हो पायी है़
मुंगेर : वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा जिला इकाई के महासचिव प्रो धीरेंद्र कुमार धीरनिधि के नेतृत्व में 17वें दिन भी इंटर उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन बहिष्कार जारी रहा़ जिला महासचिव ने कहा कि शनिवार को माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी प्लस टू मॉडल उच्च विद्यालय में धरना दिया़ उन्होंने बताया कि दो अप्रैल को आहूत मशाल जुलूस कार्यक्रम को स्थगित करते हुए तीनों संघों के निर्णय अनुसार तिथि निर्धारित की जायेगी़ मौके पर प्रो पुरुषोत्तम दास, प्रो. दशरथ यादव, प्रो सहादत हुसैन, प्रो मणिकांत झा, प्रो सुबोध मिश्रा, प्रो सुशील पोद्दार, प्रो रवींद कुमार, प्रो अरविंद बिहारी सिन्हा, नरेश प्रभात, कृष्णदेव यादव सहित अन्य थे़
माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी किया मूल्यांकन बहिष्कार: वित्तरहित माध्यमिक शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के जिला इकाई द्वारा शनिवार को मैट्रिक परीक्षा- 2017 की उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन का बहिष्कार किया गया़ जिला सचिव उदय चंद्र के नेतृत्व में शिक्षकों ने मॉडल उच्च विद्यालय के प्रांगण में धरना प्रदर्शन किया़
जिला सचिव ने कहा कि पिछले 35 साल से सभी वित्त कर्मियों को सरकार द्वारा छलने का काम किया जा रहा है़ जब तक सरकार उन्हें समान काम के समान वेतन नहीं दे देते, तब तक इस तरह के आंदोलन अनवरत जारी रहेंगे़ सरकार यथा शीघ्र पिछले 7 वर्षों के बकाये अनुदान का भुगतान करें तथा उनकी मांगों को पूरा करें. मौके पर राज्यस्तरीय प्रतिनिधि डॉ अमोद सिंह, अर्चना कुमारी, आशा कुमारी, पिंकी कुमारी, कामायणी कुमारी, रामचंद्र सिंह, जवाहर प्रसाद सिंह, अरुण कुमार, लालमनी सिंह आदि मौजूद थे.
आठ अप्रैल को प्रायोगिक परीक्षा की अंतिम तिथि की गयी है निर्धारित
शिक्षकों ने मूल्यांकन बहिष्कार के साथ-साथ शिक्षकों ने जिला स्कूल, मॉडल उच्च विद्यालय, टाउन उच्च विद्यालय, बैजनाथ राजकीय बालिका उच्च विद्यालय सहित अन्य विद्यालयों में पिछले 27 मार्च से आंरभ की गयी प्रायोगिक परीक्षा को भी पूरी तरह बाधित कर रखा है़ जिसके कारण इंटर परीक्षा 2017 के छात्र प्रायोगिक परीक्षा से वंचित हैं. मालूम हो कि आगामी 8 अप्रैल को प्रायोगिक परीक्षा का अंतिम तिथि निर्धारित किया गया है़ जिसमें बांकी के बचे दिन में 2, 4 तथा 5 अप्रैल को अवकाश ही है़ शेष चार दिनों के भीतर यदि छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा नहीं हो पायी तो छात्रों की परेशानी और भी बढ़ जायेगी़
उत्तरपुस्तिका को सुरक्षित रखना भी बनी चुनौती
शिक्षक अपने मांग को लेकर तब तक मूल्यांकन बहिष्कार पर रहेंगे, जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती़ जबकि सरकार की ओर से अबतक कोई ठोस पहल नहीं की गयी है़ शिक्षकों की मांग तथा सरकार द्वारा पहल में हो रही देरी के बीच छात्र-छात्राओं का भविष्य पिस रहा है़ अलग-अलग केंद्रों पर मूल्यांकन के लिए रखी गयी उत्तरपुस्तिका को अधिक दिनों तक सुरक्षित रख पाना अब केंद्राधीक्षकों के लिए भी चुनौती बन गयी है़ केंद्राधीक्षकों को यह चिंता सताये जा रही है कि कहीं यह उत्तरपुस्तिका चूहे व अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त हो गये तो कई छात्रों के रिजल्ट पर बुरा असर पड़ सकता है़
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