13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

लोड शेडिंग से लोग परेशान

आरएलएसएस. योजना के तहत तीन बार बिजली हुई गुल रेल नगरी जमालपुर में बिजली विभाग द्वारा किये जा रहे लगातार लोड शेडिंग से उपभोक्ता परेशान हैं. प्रति दिन नियमित रूप से बिजली आपूर्ति बंद करने का आदेश मुख्यालय द्वारा आरएलएसएस योजना के तहत दिया गया है. जमालपुर : संचरण अवर प्रमंडल जमालपुर के अंतर्गत कुल […]

आरएलएसएस. योजना के तहत तीन बार बिजली हुई गुल

रेल नगरी जमालपुर में बिजली विभाग द्वारा किये जा रहे लगातार लोड शेडिंग से उपभोक्ता परेशान हैं. प्रति दिन नियमित रूप से बिजली आपूर्ति बंद करने का आदेश मुख्यालय द्वारा आरएलएसएस योजना के तहत दिया गया है.
जमालपुर : संचरण अवर प्रमंडल जमालपुर के अंतर्गत कुल ग्यारह पावर सब स्टेशन और नौ फीडर आते हैं. बताया जाता है कि पांच पीएसएस को छोड़ कर सभी चारों पीएसएस में रोटेशन के आधार पर लोड शेडिंग के तहत बिजली की आपूर्ति बंद की जा रही है. इस संबंध में संचरण अवर प्रमंडल जमालपुर के सहायक कार्यपालक अभियंता कुमार अनुभव ने बताया कि जीएसएस जमालपुर के अंतर्गत कुल नौ पीएसएस में दो, रेलवे तथा आइटीसी में आवश्यक सेवा के तहत निर्बाध आपूर्ति बहाल रखने का आदेश है.
वहीं कर्णचौड़ा फीडर प्रमंडलीय मुख्यालय को आपूर्ति बहाल करती है, जहां लोडशेडिंग नहीं किया जाना है. इसके अलावा बिंदवाड़ा फीडर तथा डकरा नाला फीडर काफी छोटा फीडर है. उन्होंने बताया कि मुख्यालय से प्राप्त आदेश के आलोक में धरहरा तथा रामचंद्रपुर पीएसएस में सुबह पांच से सात बजे, पूर्वाह्न 11 बजे से एक बजे तक तथा रात्रि में 11 बजे से एक बजे तक लोडशेडिंग के तहत आपूर्ति बंद कर दी जाती है. वहीं नन्दलालपुर तथा शंकरपुर पीएसएस में सुबह सात बजे से नौ बजे तक, अपराह्न एक बजे से तीन बजे तक तथा रात्रि में एक बजे से तीन बजे तक बिजली बंद रहती है. इसी प्रकार सफियाबाद पावर सब स्टेशन में सुबह नौ बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक, संध्या तीन बजे से पांच बजे तक तथा रात्रि में तीन बजे से पांच बजे तक आपूर्ति रोक दी जाती है. इस संबंध में विद्युत कार्यपालक अभियंता विनोद प्रजापति ने बताया कि बिजली विभाग राजस्व के घाटे के कारण लोडशेडिंग करने पर विवश है. उन्होंने बताया कि मुख्यालय द्वारा आरएलएसएस योजना के तहत ऐसा किया जा रहा है. कहा कि वास्तव में हम जितनी राशि खर्च कर उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति करते हैं, उससे लगभग पचास से 55 प्रतिशत की ही वसूली कर पाते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें