कारखाना शाखा के एटीएम पर लगी भीड़.
जमालपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोछी द्वारा पांच सौ तथा एक हजार रुपये के नोटों के परिचालन को बंद कर दिये जाने की घोषणा के बाद नौवें दिन गुरुवार को भी विभिन्न बैंकों में ग्राहकों की भीड़ बनी हुई रही. कई एटीएम पर भी लंबी कतारें बनी हुई थी तो विभिन्न बैंकों में कैश की कमी के कारण उपभोक्ता परेशान रहे. वहीं कई बैंकों द्वारा ग्राहकों के साथ लेन-देन में पांच एवं दस रुपये के सिक्कों का भरपूर प्रयोग किया जाता रहा. रेलनगरी जमालपुर के दर्जन भर बैंकों में अधिकतर में पिछले दस नवंबर से अब तक सीनियर सिटजनों एवं महिलाओं के लिए अलग से काउंटरों की व्यवस्था नहीं की जा सकी है.
इसके कारण बूढ़ों एवं महिलाओं को बैंकों में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता रहा है. हालांकि यूनियन बैंक तथा इलाहाबाद बैंक मुख्य शाखा प्रबंधकों द्वारा ऐसी पहल की गई परंतु कई बुजुर्गों तथा महिलाओं ने बैंकों में सामान्य लेन-देन आरंभ होने तक इस प्रकार की व्यवस्था को स्थायी रूप से लागू रखने की मांग की है. दूसरी ओर बैंकों से अधिक अब ग्राहकों का झुकाव एटीएम की ओर अधिक देखा गया. हालांकि गुरुवार को भी शहर के कई एटीएम के या तो शटर गिरे रहे अथवा वहां ताले लटके रहे,
परंतु जहां भी एटीएम में कैश मिला वहां ग्राहकों की भीड़ एकत्रित हो गई. इसी कड़ी में रेल इंजन कारखाना के एक नंबर गेट स्थित एटीएम पर कैश का लेन-देन करने वाले रेलकर्मियों की लंबी कतार बनी रही. इस बीच जहां कुछ दिनों पहले दस रुपये के सिक्के को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी, वहीं अब बैंकों एवं ग्राहकों द्वारा इसका बखूबी उपयोग किया जा रहा है.