मुंगेर : राज्य सरकार के नई उत्पाद नीति के तहत पूर्ण शराब बंदी के बाद मुंगेर पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की और बड़े पैमाने पर शराब का जखीरा पकड़ा गया. लगातार कार्रवाई हो रही एवं शराब की बोतलें पकड़ी जा रही. लेकिन कारोबार पर लगाम नहीं लग रहा. या यूं कहे कि ज्यों-ज्यों कार्रवाई हो रही त्यों-त्यों शराब का अवैध कारोबार भी अपनी जड़ें मजबूत कर रहा. पुलिस और शराब कारोबारियों के बीच चूहा-बल्ली का खेल चल रहा है. तू डाल-डाल तो मैं पात-पात वाली कहावत चरितार्थ हो रही है. एक ओर पुलिस कारोबारियों के साथ शराब जब्त कर रही है तो दूसरी ओर शराब के कारोबार में रोज नया चेहरा जुड़ता चला जा रहा है. जिसके कारण कारोबार बदस्तूर जारी है.
एक फोन कॉल पर शराबियों को शराब मुहैया हो रहा. अब तो उन्हें शराब के लिए दौड़ भी नहीं लगानी पड़ती है. कहा तो यहां तक जा रहा है कि कुछ क्षेत्रों में पुलिस की जानकारी में शराब का कारोबार संचालित हो रहा है.
छापेमारी के बाद बढ़ जाती है कीमत: जब-जब पुलिस शराब के खिलाफ छापेमारी कर शराब और कारोबारियों को पकड़ती है और अखबारों में शराब के अवैध कारोबार का समाचार छपता है तब-तब मुंगेर में शराब माफिया शराब की कीमत में बढ़ोतरी कर देता है. पूर्ण शराब बंदी के बाद मुंगेर में मेकडबल नंबर वन रम का छोटा बोतल 150 रुपये में मिलता था. जिसकी कीमत आज 250 रुपये तक पहुंच गयी. इसी प्रकार रॉयल स्टेग, इंपीरियर ब्लू, ओल्ड मंक, बलंडर स्प्राइट की कीमतों में उछाल आ गया है.
कहते है एसपी
पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने कहा कि अवैध शराब के खिलाफ लगातार छापेमारी की जा रही है. बड़े पैमाने पर शराब जब्त किये गये और कारोबारियों की गिरफ्तारी भी की गयी. सभी थानों को विशेष दिशा-निर्देश दिये गये हैं. किसी भी कीमत पर जिले में शराब के कारोबार को नहीं चलने देंगे.
अबतक 5502.10 लीटर विदेशी शराब जब्त
राज्य में पूर्ण शराब बंदी के बाद अबतक मुंगेर पुलिस ने 1250 छापेमारी की. जिसमें 5502.10 लीटर विदेशी शराब के साथ ही 107 लीटर बीयर बरामद किया गया. जबकि अवैध जुलाई शराब 169 लीटर, अवैध देशी शराब 426 लीटर, अवैध जावा महुआ 414 किलो, अवैध महुआ फूला 322 किलो बरामद किया गया.
पुलिस ने इस दौरान 141.5 किलोग्राम गांजा भी बरामद किया. साथ ही शराब पीने के आरोप में 42 शराबी अबतक गिरफ्तार होकर जेल जा चुके हैं. मादक पदार्थों के बिक्री के मामलों में 38 कारोबारी भी सलाखों के पीछे भेजे गये. बावजूद शराब का कारोबार मुंगेर में आज भी फल-फूल रहा है.