उमस भरी गरमी व दुर्गंध से घुटता है मरीजों का दम
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इमरजेंसी वार्ड को है सर्जरी की जरूरत
उमस भरी गरमी व दुर्गंध से घुटता है मरीजों का दम एसी बनी शोभा की वस्तु मुंगेर : सदर अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड इन दिनों पूरी तरह बीमार हो चुका है, जिसे अब सर्जरी की बेहद जरूरी है़ पूर्व के इमरजेंसी वार्ड से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर इसे स्थानांतरित तो कर दिया […]
एसी बनी शोभा की वस्तु
मुंगेर : सदर अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड इन दिनों पूरी तरह बीमार हो चुका है, जिसे अब सर्जरी की बेहद जरूरी है़ पूर्व के इमरजेंसी वार्ड से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर इसे स्थानांतरित तो कर दिया गया़ किंतु यहां पूर्व के इमरजेंसी जैसी सुविधा भी उपलब्ध नहीं है़ इलाज के लिए यहां आने वाले मरीजों का उमस भरी गरमी व दुर्गंध के कारण दम घुटने लगता है़ मरीजों के सुविधा के नाम पर यहां दो एयर कंडीशन मशीन लगाये गये हैं. किंतु दोनों में से एक भी काम नहीं करता है़
शोभा की वस्तु बनी एसी:
वार्ड के भीतर दो एसी लगाये गये हैं ताकि मरीजों को तनिक भी गरमी न लगे़ किंतु जिस दिन से नये इमरजेंसी वार्ड का संचालन आरंभ हुआ तब से एक दिन भी एसी नहीं चलाया गया है़ पिछले 24 मई को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने नये इमरजेंसी वार्ड का खुद से निरीक्षण भी किया था़ इस दौरान उन्होंने अस्पताल उपाधीक्षक को निर्देश देते हुए एसी को अविलंब चालू करने को कहा था़ किंतु प्रधान सचिव का निर्देश ढ़ाक के तीन पात साबित हुआ़ अब तक एसी को चालू नहीं किया जा सका है़ वहीं जिले व प्रमंडल के आला अधिकारी भी शायद इस समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं.
पेयजल की नहीं है व्यवस्था
कहने को तो इसे इमरजेंसी वार्ड कहा जाता है, किंतु यहां मरीजों के पीने के लिए चुल्लू भर पानी की व्यवस्था नहीं है़ प्यास लगने पर मरीजों को बाहर से बोतलबंद पानी खरीद कर मंगवाना पड़ता है़ इतना ही नहीं यहां पर मरीजों का ड्रेसिंग करने के बाद ड्रेसरों को बाहर के प्याऊ पर हाथ धोने के लिए जाना पड़ता है़ ऐसी स्थिति में इमरजेंसी वार्ड के बेहतर व्यवस्था की कल्पना कैसे की जा सकती है़
प्रधान सचिव के निर्देश के बाद भी चालू नहीं किया गया एसी
गरमी व दुर्गंध से परेशानी
नये इमरजेंसी वार्ड की बनावट इस प्रकार की है कि यहां न तो बाहर से पर्याप्त रोशनी ही आ पाती है और न ही हवा़ इस कारण उमस भरी गरमी से वार्ड के भीतर मरीज परेशान हो जाते हैं. इतना ही नहीं वार्ड के भीतर बेहतर साफ-सफाई नहीं होने के कारण हमेशा दुर्गंध की समस्या बनी रहती है़ जो मरीजों की परेशानी और भी बढ़ा देते हैं.
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि लो वोल्टेज के कारण इमरजेंसी वार्ड का एसी काम नहीं कर रहा है़ वैसे वार्ड में बाहर का हवा प्रवेश करने के लिए बाहरी दरवाजों को खुलवाया गया है़
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