बच्चे का नहीं किया इलाज, तोड़फोड़
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आक्रोश . चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट करने का मामला
बच्चे का नहीं किया इलाज, तोड़फोड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हवेली खड़गपुर में रविवार की देर रात बच्चे का इलाज नहीं करने पर परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट की. नगर के खास बाजार निवासी तिलो मोदी अपनी नतिनी का इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचे और बच्ची का इलाज करने […]
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हवेली खड़गपुर में रविवार की देर रात बच्चे का इलाज नहीं करने पर परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट की. नगर के खास बाजार निवासी तिलो मोदी अपनी नतिनी का इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचे और बच्ची का इलाज करने की बात कही. अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ आनंद मोहन शुक्ला ने बच्चे को मृत बताते हुए इलाज करने से मना कर दिया.
खड़गपुर : खड़गपुर नगर क्षेत्र के तिलो मोदी अपनी नतिनी को इलाज कराने पीएचसी पहुंचे. पीएचसी पहुंचते ही तिलो मोदी व उसके पुत्र अमित कुमार जोर-जोर से चिल्लाने लगे. इतने में वहां चिकित्सक डॉ आनंद मोहन शुक्ला, एएनएम रंजू कुमारी, प्रमीला पान, फर्माशिस्ट रामप्रवेश कुमार पहुंचे.
चिकित्सक बच्ची का नब्ज टटोलते हुए उसे मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद परिजनों ने जबरदस्ती बच्ची की इलाज करने पर अड़ गये और गाली-गलौज के साथ ही अभद्र व्यवहार करने लगे. परिजनों को शांत करने के लिए स्वास्थ्यकर्मी मृत बच्ची को ऑक्सीजन के लिए रूम ले जाने लगे. लेकिन ऑक्सीजन रूम पहुंचते ही परिजन अमित कुमार एएनएम रंजू कुमारी के साथ मारपीट करने लगा और वह वहीं गिर गयी.
मारपीट की घटना होते देख नाइट गार्ड जब वहां पहुंचे तो परिजनों के साथ आये अन्य लोग भी उसके दुर्व्यवहार किया. परिजनों के उत्पात से चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी किसी तरह अपनी जान बचाये. जब इतना से बात नहीं बना तो डॉक्टर रूम में तोड़फोड़ की और मुख्य द्वार पर लगे शीशे के दरवाजे को भी तोड़ डाला. केंद्र के प्रभारी डॉ एलबी गुप्ता ने स्थानीय थाना में तिलो मोदी व अमित कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराया.
आश्वासन के बाद ओपीडी सेवा बहाल . प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों के साथ मारपीट व तोड़फोड़ के विरोध में सोमवार को चिकित्सक दो सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गये. चिकित्सकों का कहना है कि घटना में शामिल अभियुक्त को जल्द गिरफ्तारी एवं सशस्त्र बलों को तैनात किया जाय. ताकि चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी महफूज रह सके. वहीं मामले की जानकारी सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार, डीसीएलआर कुमार धनंजय, बीडीओ विनय कुमार एवं थानाध्यक्ष राजेश राय ने ली और आश्वासन दिया कि दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. जल्द ही अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जायेगा. उसके बाद चिकित्सकों ने हड़ताल तोड़ा और केंद्र पर ओपीडी सेवा बहाल हुई.
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