मुंगेर: केंद्र सरकार के बिहार विरोधी कार्यक्रम के विरोध में बुधवार को शहीद स्मारक के समक्ष कांग्रेसियों ने एक दिवसीय उपवास सह धरना दिया. धरना का नेतृत्व जिलाध्यक्ष सौरभ निधि ने किया.
धरना के उपरांत कांग्रेस नेताओं का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिलकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने बिहार के विकास के लिए दस वर्षो में 2 लाख करोड़ रुपये दिये थे. लेकिन केंद्र में मोदी की सरकार बनी तो नरेंद्र मोदी का बिहार विरोधी चेहरा और नीति उजागर हो रहा है. नवगठित नीति आयोग की उप समिति द्वारा कांग्रेस के 70 कल्याणकारी योजनाओं में कटौती कर सिर्फ 30 योजना को ही लिया गया है.
अगर बिहार में कल्याणकारी योजनाओं को मोदी सरकार द्वारा निरस्त कर दिया जाता है तो बिहार के किसान, मजदूर, युवा, महिला के हितों पर भारी कुठाराघात होगा. मोदी सरकार ने बीआरजीएफ को समाप्त कर दिया. जिससे बिहार को मिलने वाली 1000 करोड़ सालाना का नुकसान होगा. 13 वें वित्त आयोग से बिहार की 3189 करोड़ की हकमारी की गयी. मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष मो शहजाद, प्रभात कुमार मिश्र, मनोज कुमार अरुण, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता नीलेश कुमार, अखिलेश सिंह, मो नुरूल्लाह, राणा ऋषिदेव सिंह, मीना देवी, डॉ सुधीर सिंह, साजन सम्राट सहित अन्य मौजूद थे.