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सोनू की खोज में मुंगेर आयी नालंदा पुलिस
मुंगेर: नालंदा से लापता 14 वर्षीय सोनू कुमार की खोज में नालंदा पुलिस मुंगेर पहुंची. लेकिन काफी खोजबीन के बाद भी बालक का कोई सुराग नहीं मिला. जबकि पुलिस ने शहर के बेकापुर मयूर चौक निवासी सुबोध कुमार की पत्नी मीरा देवी एवं मानगढ़ निवासी बेबी देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. […]
मुंगेर: नालंदा से लापता 14 वर्षीय सोनू कुमार की खोज में नालंदा पुलिस मुंगेर पहुंची. लेकिन काफी खोजबीन के बाद भी बालक का कोई सुराग नहीं मिला. जबकि पुलिस ने शहर के बेकापुर मयूर चौक निवासी सुबोध कुमार की पत्नी मीरा देवी एवं मानगढ़ निवासी बेबी देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. क्योंकि सोनू से संबंधित इन दोनों महिलाओं के पास बहुत सारी जानकारियां है.
बताया जाता है कि नालंदा जिले के बिहार थाना क्षेत्र से महेश साव के 14 वर्षीय पुत्र सोनू कुमार पिछले 20 मार्च से लापता है. इस संबंध में पुलिस में भी रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी. बच्चे लापता होने का तार मुंगेर जिला से जुड़ा होने पर पुलिस यहां पहुंची तो जरूरी लेकिन बच्चे को नहीं खोज पायी. जिसके बाद परिजनों में भय है कि कहीं बच्चे के साथ कोई अनहोनी तो नहीं हो गया. यह भी कहा जा रहा है कि कहीं सोनू मानव तस्करी का शिकार तो नहीं बनाया गया.
सोनू को मुंगेर में होने का दावा : सोनू के पिता महेश साव पुत्र को खोजते हुए शेखपुरा जिले के महसार गांव अपने रिश्तेदारों के पास पहुंचे. इसी क्रम में पप्पू साव से उसकी मुलाकात हुई. जब सोनू का फोटो पप्पू देख रहा था तो वहां उसकी 8 वर्षीय पुत्री क्रांति भी पहुंच गयी. जब क्रांति ने फोटो देखा तो उसने बताया कि इसे मैंने मुंगेर में अपने मालकिन मीरा देवी के घर सोनू को देखा है.
मीरा को कैसे पहचानती थी बच्ची : क्रांति कुमारी शेखपुरा से विद्यालय जाने के दौरान 11 मार्च को गायब हो गयी थी. जो मीरा देवी के पास से बरामद हुई. खोजबीन के बाद जब पप्पू को बेटी के बारे पता चला कि वह मुंगेर में मीरा देवी के पास है तो वह कोतवाली थाना पहुंचा. पुलिस ने 3 अप्रैल को मीरा देवी के घर से क्रांति को बरामद कर उसके पिता को सौंप दिया था. उस समय मीरा ने पुलिस को बताया था कि धरहरा मानगढ़ की बेबी देवी से यह बच्ची उन्हें मिली थी. खोया बच्च समझ कर वह उसे घर ले आयी थी.
कोतवाली की कार्यशैली पर उठ रहा प्रश्न: बच्ची ने जब पुलिस को कोतवाली थाना में अपने साथ किये गये अत्याचार की जानकारी दी तो सभी परेशान हो उठे. कहा जा रहा है कि जब 3 अप्रैल को मीरा देवी के घर से बच्ची को कोतवाली पुलिस ने बरामद किया तो उस समय भी बच्ची ने अपने ऊपर हुए अत्याचार के बारे में बताया. अब सवाल यह उठता है कि आखिर उस समय कोतवाली पुलिस ने मीरा देवी पर कार्रवाई करने के बदले उसे क्यों छोड़ दिया ?
कहते हैं अधिकारी
एएसपी संजय कुमार सिंह ने बताया कि हिरासत में ली गयी महिला को नालंदा पुलिस अपने साथ ले गयी. जबकि धरहरा थाना के मानगढ़ निवासी बेबी देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है.
बच्ची के साथ मुंगेर पहुंची पुलिस
बिहार थाना के कांड के अनुसंधान कर रहे दारोगा जीतेंद्र कुमार बच्ची और उसके पिता के साथ मुंगेर पहुंचे. कोतवाली थाना पुलिस के सहयोग से पुलिस ने बेकापुर मयूर चौक से मीरा देवी को हिरासत में लिया. उसे नालंदा पुलिस अपने साथ लेकर चली गयी. इधर मीरा के बताये अनुसार धरहरा पुलिस ने सोमवार को बेबी देवी को भी हिरासत में ले लिया है. जिससे पूछताछ की जा रही है. बेबी के बारे में नालंदा के बिहार थाना को जानकारी दे दी गयी है.
कहीं मानव तस्करी का मामला तो नहीं
जब पुलिस के समक्ष 8 वर्षीय बच्ची क्रांति कुमारी ने यह खुलासा किया कि उसे किस प्रकार एक महीने तक मीरा ने प्रताड़ित किया तो सभी के रोगटें खड़े हो गये. उसने बताया कि हाथ-पैर में सूई चुभाया जाता था. उसने यह भी बताया कि इसी दौरान उसने सोनू को यहां देखा था. बच्ची के कथना अनुसार यह लगता है कि पूरा प्रकरण मानव तस्करी से जुड़ा हुआ है. जिसका एक बड़ा नेटवर्क है. पहले बच्चे को गायब करते है. उसके बाद इधर-उधर रखते है और बाद में उसे बेच देते है.
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