जमालपुर: प्रखंड विकास पदाधिकारी धर्मवीर कुमार प्रभाकर ने गुरुवार को शहरी क्षेत्र के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया. इस क्रम में भारी अनियमितता उजागर हुई. निरीक्षण के क्रम में स्थानीय लाभुकों ने बीडीओ के सामने ही केंद्रों में व्याप्त घोर अनियमितता तथा भ्रष्टाचार का मामला भी लाया. अपूर्ण खाद्यान्न पंजी, टीएचआर पंजी में गड़बड़ी, बालबाड़ी के बच्चों की उपस्थिति में हेरफेर का मामला भी सामने आया.
केंद्र संख्या : 144 वार्ड
केंद्र 10:10 में खुला. स्थानीय महिलाओं ने केंद्र के अनियमित रूप से खुलने की शिकायत की. बताया कि छह महीने से अंडा का वितरण नहीं. आधा किलो दाल तथा एक किलो चावल टीएचआर में दिया जाता. सेविका ने बताया खाद्यान्न पंजी सीडीपीओ कार्यालय में रखने को मैडम ने कहा है. केंद्र पर मात्र कुछ बच्चे उपस्थित. सहायिका ने आरोप लगाया कि सेविका उसे प्रताड़ित कर मारती पीटती है.
केंद्र संख्या 155
केंद्र निर्धारित स्थान के बजाय दूसरे स्थान पर संचालित. बच्चों की संख्या संतोषप्रद, परंतु केंद्र पर पंजी उपलब्ध नहीं.
केंद्र संख्या 166
10:40 तक बच्चों की उपस्थिति नहीं बनी थी. टीएचआर पंजी पर फरवरी माह में सामग्री की मात्र नहीं लिखी गयी थी परंतु लाभुकों के हस्ताक्षर ले लिये गये थे. केंद्र का बोर्ड पास में ही मवेशी की नाद में फेंका रखा हुआ था. बीडीओ ने उसे वहां से निकलवाया. बच्चों की संख्या मात्र पंद्रह.
केंद्र संख्या 159
केंद्र पर उपस्थित बच्चों से अधिक की उपस्थिति पंजी में दर्ज. खाद्यान्न पंजी एवं टीएचआर पंजी केंद्र पर उपलब्ध नहीं.
केंद्र संख्या 170
12 बजे तक बच्चों की उपस्थिति नहीं बनी थी. केंद्र का बोर्डअपूर्ण. बच्चों को नहीं मिला था अल्पाहार. सेविका ने बीडीओ को बताया कि सीडीपीओ ने खाद्यान्न पंजी केंद्र पर नहीं रखने का निर्देश दिया है.
कहते हैं बीडीओ
बीडीओ ने केंद्रों की स्थिति देख कर कहा इन केंद्रों को सरकार को बंद कर देना चाहिए.