धरहरा: प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में माओवादियों ने आगामी 30 जनवरी को बिहार बंद और 31 जनवरी को शहादत दिवस मनाने को लेकर दर्जनों गांवों में परचा फेंका है. जिसे लेकर क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है. नक्सलियों ने गोरेैया, सखौल, लड़ैयाटांड, धर्मपुर सहित अन्य गांव के सड़कों पर दो तरह के परचे गिराये.
इस परचे के हवाले से जमुई जिला फलवरिया गांव में पुलिस प्रतिक्रियावादियों के हमले में शहीद हुए कामरेड आकाश, सौरव, संजय वर्णवाल, विरेंद्र मुर्मू, रामलाल किस्कू, सोनू हेंब्रम, राजेश साव को लाल सलाम करते हुए कहा कि शहीदों की अधूरे सपने सकार करने के लिए पूर्व जोनल आगामी 31 जनवरी को शहादत दिवस मनाने की बात कही है.
साथ ही संकल्प लेकर शहीदों के लक्ष्य को पूरा करें लिखा हुआ है. दूसरे परचे में सीपीआइ माओवादियों ने कहा है कि जनता जारी वर्वर युद्ध कार्रवाई का जोरदार विरोध करे. माओवादियों ने कहा कि विगत केंद्र की सरकार एवं वर्तमान सरकार पिछड़े राज्यों में गरीब आदिवासी जनता पर अपने सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन ग्रीन हंट जैसी दमनात्मक कार्रवाई कर रही है. माओवादियों ने आगामी 28 से 30 जनवरी तक तीन दिवसीय विरोध कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील जनता से की. साथ ही 30 जनवरी को बिहार-झारखंड में 24 घंटे के बंद का ऐलान किया है. इस बंदी में नक्सलियों ने जरूरी चीजों को मुक्त रखा है. इधर परचा मिलने के बाद क्षेत्र में दहशत व्याप्त हो गया है.