मुंगेर : मुंगेर जिला जनता दल यू का जिला सम्मेलन बुधवार को नगर भवन में होगा. इसकी तैयारी सांगठनिक स्तर पर पूरी कर ली गयी है. सम्मेलन में मुख्य अतिथि राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार एवं विशिष्ट अतिथि सांसद संतोष कुशवाहा व पूर्व मंत्री जावेद इकबाल अंसारी होंगे. सम्मेलन की सफलता को लेकर पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों द्वारा तैयारी की गयी है. वहीं सम्मेलन के पूर्व ही पार्टी का अंतर्कलह भी उभर कर सामने आ गया है. अतिपिछड़ा वर्ग के दो नेता आमने-सामने हैं
तो दूसरी ओर सम्मेलन से कुछ दिन पूर्व ही जिलाध्यक्ष ने अपने कमेटी के एक सवर्ण सचिव को पदच्युत कर दिया. जिससे पार्टी के बीच गुटबाजी प्रारंभ हो गयी है और जिला सम्मेलन के बाद मुंगेर जदयू में फेर-बदल की संभावना बढ़ गयी है. सम्मेलन के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं में नयी जान फूंकना चाहती है. ताकि आनेवाले समय में कार्यकर्ताओं के बदौलत आगे की लड़ाई लड़ी जाये. लेकिन कार्यकर्ता सम्मेलन के पूर्व ही जिस प्रकार मुंगेर जिला जनता दल यू में आंतरिक कलह व गुटबाजी उभरी है वह पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है.
जिला उपाध्यक्ष को हटाने पर भी उठ रहे सवाल : जिलाध्यक्ष ने अपने संगठन के सचिव मुकेश कुमार सिंह को पदच्युत कर दिया. इस मामले को ले पिछले दिनों जब जिला संगठन प्रभारी के नेतृत्व में पार्टी की बैठक हुई थी तो हो-हंगामा प्रारंभ हो गया था. बैठक में मामले को तो शांत कर दिया गया. लेकिन अंदर ही अंदर आग सुलग रही है.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि जिला सचिव के पदच्युत किये जाने के पीछे लोजपा के एक नेता का हाथ है जिसकी पहचान जमालपुर रेलवे में संवेदक के रूप में है और वह रेलवे के ठेकेदारी से जुड़ा है. मुकेश सिंह के स्वजातीय उस संवेदक के विरुद्ध उसने पार्टी के लेटर पैड पर रेलवे में धांधली की शिकायत रेलवे के वरीय अधिकारियों से की थी. जिसके बाद संवेदक ने मुकेश को पार्टी के पद से हटाने के लिए मुहिम छेड़ दी और वह इसमें सफल भी हुआ.
जिला सम्मेलन के बाद हो सकती है फेरबदल : जदयू के आंतरिक कलह और उससे होने वाले नुकसान की जानकारी पार्टी नेतृत्व को भी है और मुख्यालय स्तर पर इसकी गहन समीक्षा भी की जा रही. आरोप-प्रत्यारोप, बयानबाजी एवं गुटबाजी की जानकारी पार्टी नेताओं ने अपने प्रदेश अध्यक्ष को भी दी है और मामला राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संज्ञान में भी लाया गया है.
लेकिन जिला सम्मेलन को लेकर वरीय नेता चुप हो गये. माना जा रहा है कि सम्मेलन के बाद फेर-बदल हो सकता है. वैसे भी जिस प्रकार अतिपिछड़ा दो नेता आमने-सामने हो गये हैं उसमें इतना तो तय है कि एक म्यान में दो तलवार नहीं रह सकते.
भाग लेंगे राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार व सांसद संतोष कुशवाहा
बैनर-पोस्टर में दिख रही पार्टी में गुटबाजी
जदयू के जिला सम्मेलन को लेकर शहर में जगह-जगह बड़े-बड़े होर्डिंग व बैनर लगाये गये हैं. इस होर्डिंग व बैनर में भी गुटबाजी साफ दिखाई दे रही है. मुंगेर निवासी जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह की ओर से किला के मुख्य द्वार से लेकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाये गये हैं. जिसमें सीएम व प्रदेश स्तरीय नेताओं के साथ ही मुंगेर जिले के भी कई नेता दिख रहे हैं. लेकिन उस होर्डिंग से जिलाध्यक्ष गायब है.
मुंगेर के छोटे-छोटे नेताओं को होर्डिंग में शामिल करने व जिलाध्यक्ष को होर्डिंग में जगह नहीं मिलना शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. अतिपिछड़ा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह से जब इस संदर्भ में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष पार्टी के वरीय पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं करते. जबकि जिलाध्यक्ष संतोष सहनी ने कहा कि जिला जदयू द्वारा लगाये गये होर्डिंग में सबों को सम्मान मिला है. प्रदेश उपाध्यक्ष श्री सिंह को भी उचित स्थान दिया गया है. वे सबको साथ लेकर चल रहे हैं.