मुंगेर : हरियाणा के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में प्रद्युमन हत्याकांड की घटना ने देश भर के अभिभावकों को हिला कर रख दिया है़ वैसे अभिभावक जो इस घटना के पहले तक अपने बच्चों को लेकर थोड़ी अनदेखी भी करते थे, वैसे अभिभावक अब काफी सजग हो गये हैं. जब तक बच्चा स्कूल से पढ़ कर वापस घर नहीं लौटते,
तब तक अभिभावकों को काफी चिंता लगी रहती है़ किंतु अभिभावकों के सिर्फ चिंतित होने मात्र से निजी स्कूलों की व्यवस्थाओं में सुधार आने वाला नहीं है़ इसके लिए जिला प्रशासन को मानकों की जांच के लिए निजी स्कूलों पर पैनी नजर रखनी होगी़ ताकि मुंगेर में हरियाणा की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके़ तभी अभिभावक भी अपने बच्चों को चिंतामुक्त हो कर पढ़ने के लिए स्कूल भेज पायेंगे़
वैसे तो मुंगेर जिला में कुकुरमुत्ते की तरह सौ से भी अधिक निजी स्कूल चल रहे हैं. जिसमें अधिकांश स्कूलों में तय किये गये मानक दूर-दूर तक नहीं दिखते हैं. वहीं बाकी के नामचीन स्कूलों में भी सीबीएसई के मानकों को ठेंगा दिखाते हुए मोटी फीस के तौर पर अभिभावकों का दोहन किया जा रहा है़ निजी विद्यालयों में खास कर बच्चों की सुरक्षा तथा उसके विभिन्न प्रकार की सुविधाओं को लेकर स्कूल प्रशासन गंभीर नहीं हैं. जिला प्रशासन भी निजी स्कूलों द्वारा बरती जा रही लापरवाही को लगातार नजर अंदाज कर रही हैं. इस संबंध में प्रभात खबर की टीम ने मंगलवार को कई अभिभावकों से बातचीत की़ जिसके दौरान लगभग सभी अभिभावकों से यह सुनने को मिला कि उन्हें हमेशा यह डर लगा रहता है कि उनका बच्चा सुरक्षित घर लौटेगा या नहीं.
कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि जल्द ही निजी विद्यालयों का निरीक्षण किया जायेगा़ मानकों का पालन नहीं करने वाले स्कूलों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी़