मधुबनीः जिले में आग लगी तो भयानक तबाही मचेगी़ जान माल की भयानक क्षति हो सकती है़ लोगों को आग बुझाने के लिये संसाधन ढूंढे से भी नहीं मिलेगा़
दरअसल जिले में अग्निशमन वाहन एवं कर्मियों का नितांत अभाव है़ 12 अक्तूबर 2012 को मधुबनी कांड में उपद्रवियों ने थाना परिसर में रखे अग्निशमन गाड़ी को भी जला दिया था़ जिसके बाद जिला मुख्यालय में अब तक अगिAशमन की गाड़ी उपलब्ध नहीं करायी गयी है़ जिस कारण आने वाले समय में यदि जिले में आग लगी तो आग बुझाने के लिये लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा़
अग्निशमन वाहन नहीं
जिला मुख्यालय में अगिAशमन की गाड़ी नहीं है़.
जिला मुख्यालय में विशेष परिस्थिति से निबटने के लिये फुलपरास से एक अगिAशमन की गाड़ी मंगायी गयी है़ वहीं जिला के बेनीपट्टी अनुमंडल में एक भी गाड़ी नहीं है़ जबकि झंझारपुर में दो एवं जयनगर में दोअग्निशमनकी गाड़ी है़ फुलपरास अनुमंडल में एक अगिAशमन की गाड़ी थी जिसे जिला मुख्यालय मंगा लिया गया है़ इस कारण फुलपरास में अब एक भी गाड़ी नहीं है़
कर्मियों की कमी
अग्निशमन विभाग में कर्मियों का नितांत अभाव है़ स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले भर में आठ कर्मियों के सहारेअग्निशमनविभाग चल रहा है़ इसी आठ कर्मियों में पदाधिकारी, फायरमैन, चालक व हवलदार शामिल है़ विभागीय सूत्रों के अनुसार मुख्यालय अनुमंडल में चार कर्मचारी हैं जिसमें एक पदाधिकारी, एक चालक, एक वरीय सिपाही व एक सिपाही हैं़ जबकि झंझारपुर में मात्र दो कर्मचारी हैं. इन्हें ही चालक का काम करना पड़ता है़ इन्हें ही फायरमैन का काम अन्य काम करना पड़ता है़ जबकि जयनगर में दो एवं फुलपरास में एक कर्मचारी हैं.
एक ओर जहां प्रशासनिक स्तर पर आग बुझाने के लिये संसाधन का अभाव है़ वहीं लोगों को अपने स्तर से भी इस साल आग बुझाने में परेशानी होगी़ दरअसल जिले का अधिकांश तालाब सूख चुका है़ इस कारण लोगों को आग बुझाने के दौरान परेशानी की दौर से गुजरना होगा़
क्या कहते हैं अधिकारी
वरीय सिपाही राजेंद्र राय ने कहा कि जिले में कर्मचारियों की कमी एवं अगिAशमन वाहन के अभाव से जिला प्रशासन एवं विभागीय अधिकारी को अवगत करा दिया गया है़ विभाग में कर्मचारी के एवंअग्निशमनगाड़ी के कमी के कारण परेशानी हो रही है.