मधुबनी : जिला मुख्यालय में एक भी पिकनिक स्पॉट नहीं रहने व रविवार की बंदी के कारण नव वर्ष का पहला दिन मुख्यालय में सूना-सूना रहा. अधिकतर लोग अपने परिवार के साथ राजनगर, जयनगर, बलिराज गढ़, भवानीपुर, उच्चैठ, कपलेश्वर स्थान, कला, गिरजा स्थान सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों पर देवी दर्शन अथवा पिकनिक मनाने चले गए. 77 हजार की आबादी वाला जिला मुख्यालय में एक भी पिकनिक स्पॉट का नहीं रहना अब खलने लगा है. शहर के लोग पिकनिक मनाए तो कहां मनाएं.
काली मंदिर परिसर के बगल में अवस्थित चिल्ड्रेन पार्क में एक दशक पूर्व तक बच्चे वहां पिकनिक मनाया करते थे. पर वर्तमान में चिल्ड्रेन पार्क की दर्दशा देखते ही बनती है. इसके चारदिवारी के टूट जाने व मोहल्ला की गंदगी फेंके जाने के कारण यह स्थान आवारा पशुओं का चारागाह बन चुका है. इस स्थान पर अब सिर्फ गंदगी ही नजर आती है. प्रो. सर्वनारायण मिश्र ने बताया कि छोटे छोटे बच्चे के लिए शहर से कोई स्थान नहीं है. जहां पिकनिक मना सके. वहीं डा. तारिक ने कहा कि शहर में एक पिकनिक स्पॉट नहीं रहने से मुख्यालय में कहीं भी बच्चों ने पिकनिक नहीं मनाया. लोगों को पिकनिक मनाने के लिए शहर से बाहर जाना पड़ा.
शाम से ही होने लगा जश्न
नव वर्ष के आगाज की शुरुआत 31 दिसंबर को सायंकाल से ही प्रारंभ हो गया. मुख्यालय स्थित कई होटलों में आयोजित कार्यक्रम के तहत लोगों 12 बजे रात्रि के बाद नव वर्ष का स्वागत किया. सुबह ठंड मौसम के बावजूद भी नव वर्ष सेलिब्रेशन के लिए दरभंगा व जयनगर जाने के लिए मधुबनी स्टेशन पर सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी-अपनी ट्रेनों का इंतजार करते रहें. कई ट्रेनों के विलंब से चलने के बाद भी लोगों के उत्साह में कोई कर्मी नहीं थी.
प्लेटफॉर्म कुद घंटों के लिए पिकनिक स्पॉट में तब्दील हो गया. रंग-बिरंगे परिधानों में दंपत्ति व उनके बच्चे ट्रेन के इंतजार तक पिकनीक जैसा लुत्फ लेने में मशगूल रहे. समय से विलंब हो रहे ट्रेनों के परिचालन के बाद जब ट्रेन स्टेशन पर आयी तो लोगों में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. कुछ ही समय के अंतराल में प्लेटफॉर्म 1,2,3 नंबर पर ट्रेन आ गयी. जो माहौल को और अधिक खुशनुमा बना दिया. लोग एक दूसरे को नववर्ष की बधाई देते हुए अपने-अपने गंतव्य को प्रस्थान किया.
पहले दिन मंिदरों में पूजा कर की शुरुआत
नये साल के सेलिब्रेशन को लेकर चारों तरफ लोग काफी उत्साहित थे. बीते साल को अलविदा के साथ नये साल का स्वागत पूरे जोश के साथ किया. शहर से लेकर गांव तक में आतिशबाजी होती रही. रविवार को कंपकपा देने वाली ठंड के बावजूद लोगों में उत्साह बना हुआ था. हालांकि, दिन के 11 बजे आसमान में खिली धूप से लोगों की चेहरे भी खिल उठे. ठंड की परवाह किये बिना लोग सुबह स्नान कर मंदिर में पूजा अर्चना की. जिले के बलिराजगढ़,
जयनगर कमला बैरेज, राज पैलेस, मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन काली मंदिर, गंगा सागर स्थित काली मंदिर, दोमंठा मंदिर परिसर, भवानीपुर उगना महादेव मंदिर, उचैठ, कपलेश्वर, गिरजा स्थान सहित कई जगहों पर लोग
सुबह से ही नये वर्ष के सेलिब्रेशन में पहुंच गये थे.नये साल का स्वागत लोगों ने बड़ों के आशीर्वाद व मंदिरों मे पूजा अर्चना कर की. मंदिरों को भव्य तरिके से सजाया गया था.
वहीं कई मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं द्वारा कीर्तन भजन का आयोजन किया गया था. पूरा शहर मानों भक्तिमय बना हुआ था. शहर के काली मंदिर, हनुमान प्रेम मंदिर, मंहथी लाल चौक मंदिर, दोमंठा महादेव मंदिर, पुलिस लाइन काली मंदिर सहित कई देव स्थलों पर सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे थे. भीड़ इतनी अधिक थी कि लोगों को मंदिर में प्रवेश करने में काफी कठिनाई हो रही थी.
हर कोई कतार में लग कर घंटों इंतजार में थे.
होटलों में पहुंचे लोग
शहर में पिकनिक स्पॉट या फिर पार्क की व्यवस्था नहीं रहने से लोग विभिन्न होटल में ही लजीज व्यंजन का लुत्फ अपने परिवार के साथ बिताया. खासकर नव विवाहिता की जोड़ी खूब पहुंची थी. शहर के प्राय: सभी होटलों को रंग-बिरंगे गुब्बारे एवं लाइट से सजाया गया था. विभिन्न होटलों में ग्राहकों के लिए विशेष ऑफर की भी व्यवस्था थी. शहर के डीजी होटल, होटल विजय, हॉट चिल्ली स्पॉट, पृथ्वी होटल, अतिथि रेस्टोरेंट, जायका रेस्टोरेंट, बिरयानी हाउस, मधुयामिनी इन होटल, होटल लजीज में लोगों नये साल जश्न मनाया. होटल डीजी में डासिंग फ्लोर पर नव विवाहित दंपती ने खूब जलवे बिखेरे.