मधुबनी : रबी के फसल के आदर्श बुआई के समय में ही किसानों को खाद बीज नहीं मिल पा रहा है. इससे किसान मायूस हैं. हाथ में पांच पांच सौ व हजार – हजार के नोट लेकर किसान दुकान दर दुकान घूम रहे हैं. पर ना तो कोई विक्रेता ये नोट ले रहे हैं और ना तो किसानों को बीज व खाद ही मिल पा रहे हैं. सही समय 15 नवंबर से 30 नवंबर तक माना जाता है. पर बाजार में नोटबंदी के कारण ग्राहक आ ही नहीं रहे हैं. जो ग्राहक आते हैं उनके पास या तो एक हजार का नोट रहता है या फिर 500 का.
जिस कारण दुकानदार ग्राहकों को खाद बीज दे नहीं रहे हैं. सोनालिका दुकान के मालिक सुनील सिंह बताते हैं कि रबी के फसल में दुकान पर ग्राहक नहीं आ रहे हैं. जबकि साल में सबसे अधिक बिक्री इस माह में होती थी. खाद बीज की पूंजी फंसी है. विक्रेता नदारद हो गये हैं. एक भी ग्राहक को गेहूं का बीज व खाद नहीं दे पा रहे हैं. सौ – सौ के नोट हैं नहीं. यही हाल सब्जी की खेती, धनिया बुआई, मसूर बुआई, मूली व अन्य रबी फसल का है.