सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम
मधुबनी : आस्था का पर्व छठ हर्षोल्लास व श्रद्धा व शांति पूर्वक बनाया गया. के साथ मनाया गया. रविवार को श्रद्धालुओं व व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ देकर आशीर्वाद लिया. तो सोमवार को उदीयमान भाष्कर को अर्घ दिया. शहर से लेकर गांव कस्बों तक में आस्था का जनसैलाब घाटों पर उमड़ रहा था.
छठ गीत की धुन, व्रतियों तालाब में खड़ा होकर अर्घ देना, विभिन्न सामानों से सजा घाट, दीप- धूप की सुगंध से वातावरण भक्तिमय बन गया था. लोग नये नये परिधान पहन कर घाटों पर भगवान को प्रणाम कर रहे थे. बाजार में गंगासागर, नगर परिषद, मुरली मनोहर मंदिर सहित 22 तालाबों में भी छठ पूजा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. रविवार को पहले दिन दोपहर से ही श्रद्धालु अपने अपने घरों से विभिन्न वाहनों से छठ का दउरा, कोनियां, सूप में सामानों को सजा कर घाट पर जाने के लिये निकलने लगे थे.
प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये थे. परदेसियों के आने से गांव की रौनक बढ़ गयी थी. कहीं लोग अपने मन्नत के पूरा होने पर भगवान को दंड प्रणाम करते आ रहे थे तो कोई मन्नत मां रहा था. सुबह में ठंड बढ़ने से व्रतियों को परेशानी हुई. ऐसे में स्थानीय लोगों के द्वारा तालाबों पर अलाव की व्यवस्था की गयी थी.
बम निरोधक दस्ता ने की घाटों की जांच: मधुबनी: शहर के प्रमुख घाटों की जांच बम निरोधक दस्ता द्वारा की गयी. पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार वरनबाल के निर्देश पर पुलिस केंद्र से सार्जेंट मेजर कल्पनाथ सिंह ने चार सदस्यीय बम निरोधक दस्ता ने गंगा साग तालाब के चारों ओर छठ घाटा, मुरली मनोहर मंदिर तालाब, नगर परिषद के तालाब सहित अन्य प्रमुख घाटों की जांच मशीन के द्वारा किया. बम निरोधक दल के साथ नगर थाना के एसआइ अरविंद पांडेय, मो. मोख्तार रहमान सहित अन्य दो पुलिस कर्मी शामिल थे. ये दस्ता रविवार के दिन ही घाटों की व्यापक रूप से जांच किया.
एसाडीआरएफ की टीम थी मुस्तैद
मधुबनी: लोक आस्था के पर्व छठ में शहर मुख्यालय के प्रमुख तालाब गंगा सागर तालाब में एसडीआरएफ की टीम गोताखोरों से लैस बोट पर मुस्तैद दिखी. तालाब के चारों ओर लाल डोरी लगाकर खतरे के निशानदेही बनायी गयी थी.
गोताखोर की टीम बोट के सहारे तालाब के चारों चक्कर लगा रही थी. कोई श्रद्धालु अगर खतरे के निशान से आगे बढ़ कर तैर रहे थे या स्नान कर रहे थे तो उन्हें तत्काल आगाह किया जा रहा था कि खतरे के निशान से आगे न बढ़े. छठ पूजा के दौरान किसी छठ व्रती का नारियल आदि पानी में बह जाता था तो गोताखोर बोट से ही उस नारियल को उठाकर जिस छठ व्रती का नारियल होता था उन्हें सौंप देते थे.
एसडीआरएम के अवर निरीक्षक छत्रपाल पांडेय, सिपाही वरूण पांडेय, निपू कुमार, दिलीप कुमार सहित अन्य गोताखोर बोट पर मौजूद थे. अवर निरीक्षक छत्रपाल सिंह ने बताया कि वे बिहटा पटना से आये है. तत्काल वे मधेपुर में पदस्थापित बुलाये गये है. छठ पूजा में जिला मुख्यालय बुलाये गये है.