मधुबनी कांड में जल गयी है संचिका, परेशानी
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उलझा एनएच की जमीन अिधग्रहण का मामला
मधुबनी कांड में जल गयी है संचिका, परेशानी मधुबनी : एनएच 57 के निर्माण में भूमि अधिग्रहण में मुआवजे का मामला पेंचीदा बन गया है. वर्तमान में जो हालात बन गये हैं उससे भू धारियों के जमीन के मुआवजे के भुगतान की संभावना धीरे धीरे कम होती जा रही है. ना तो विभाग के पास […]
मधुबनी : एनएच 57 के निर्माण में भूमि अधिग्रहण में मुआवजे का मामला पेंचीदा बन गया है. वर्तमान में जो हालात बन गये हैं उससे भू धारियों के जमीन के मुआवजे के भुगतान की संभावना धीरे धीरे कम होती जा रही है. ना तो विभाग के पास यह साक्ष्य है कि किस किस को कितने राशि का भुगतान किया गया था और ना ही एनएच 57 के जमीन के किस्म का दुबारा सर्वे ही हो पा रहा है. शुरुआत से ही जिस प्रकार से यह मामला उलझ गया है
कर्मचारी व अधिकारी इसमें हाथ डालने से भी डर रहे हैं. दरअसल साल 2012 में मधुबनी कांड के दौरान हुई अगलगी में जिला भू अर्जन कार्यालय में रखी फाइलें भी जल गयी थी. इसमें एन एच 57 के भुगतान संबंधी संचिका भी था. विभाग के पास अब केवल 3 डी संचिका ही बचा है. जिसके आधार पर भुगतान किये जाने की बात हो रही है. हालांकि इसमें भी कई प्रकार के पेंच बरकरार हैं.
एक जमीन का कई बार उठायी गयी राशि
विभागीय सू्त्रों का कहना है कि जिस समय में एन एच 57 के अधिग्रहण के बाद जमीन मुआवजे की राशि का भुगतान किया जा रहा था. उस समय कई भू धारियों ने तत्कालीन कर्मी, अमीन व अधिकारियों को बरगला कर या अपने प्रभाव में लेकर कई कई बार राशि का उठाव कर लिया है. एक ही जमीन का मुआवजा बेटे ने भी ली, पिता ने भी और अन्य भाइयों ने भी उठाव कर लिया. अब दुबारा कई जमीन को नयी पीढ़ी के नाम पर भुगतान की दावेदारी भी पेश की जा रही है.
इससे विभाग उजझता जा रहा है. हालांकि विभाग इस मसले पर व्यापक तौर पर जांच करने में जुटी है. सू्त्रों का कहना है कि कई ऐसे भूधारी हैं जिनके उपर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है. अधिकारी ने इस मामले में कार्रवाई करने का आदेश जिला प्रशासन से मांगा है.
1797 का बकाया है भुगतान
एन एच 57 जमीन अधिग्रहण में अब भी 1797 भूधारियों का भुगतान लंबित है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नरपतिनगर से नरहिया तक 42 मौजा से होकर मधुबनी में एनएच गुजरती है. इसमें कुल 730 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया गया है. 8952 भूधारी का जमीन इसमें शामिल है.
परेशान हैं कर्मी
संचिका के जल जाने के बाद लंबित भूधारियों के भुगतान के मामले में अब जिला भू अर्जन कार्यालय के कर्मी व अधिकारी परेशान है. जिस प्रकार से भूधारियों के द्वारा भुगतान के दावे किये जा रहे हैं वह पूर्व के लंबित भूधारी की संख्या व रकम से काफी अधिक हो रहा है. विभाग के पास पुराना संचिका भी नहीं है.
एक मात्र सबूत 3 डी संचिका ही बचा है. किसानों द्वारा दिये जमीन के किस्म को लेकर भी गड़बड़ी बरती गयी थी और अब भी संदेहास्पद किस्म दिये जा रहे है. कई भू धारी ऐसे हैं जिनका भुगतान हो गया और उनकी निधन हो गयी . अब उनके बंशज नये सिरे से भुगतान के दावे करने लगे हैं. हालांकि इस मामले में सही भूधारी कहीं के नहीं रहे. कई भू धारी राशि के लिये दौड़ते दौड़ते दुनिया भी छोड़ दिया. पर उनके जमीन का मुआवजा नहीं मिल सका है. अब तक पूरे तौर पर जमीन के किस्म का निर्धारण भी नहीं हो सका है.
लाखों रुपये का हो चुका है उठाव
एन एच 57 पर एक नजर
रकबा : 730 एकड़
भूधारी : 8952
मौजा : 42
भुगतान लंबित : 1797
भुगतान के लिये प्राप्त राशि : 1085000000
भूधारी के बीच हो चुका भुगतान : 1020736104
संचिका के आधार पर होगा भुगतान
जो भी भूधारी दावा पेश करते हैं और सही में उनका जमीन है तो उन्हें 3 डी संचिका के आधार पर भुगतान किया जायेगा. जिन्होंने भी गलत तरीके से राशि का उठाव कर लिया है तो उनके उपर जल्द ही प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
अतीकुद्दीन, जिला भू अर्जन पदाधिकारी
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