मधुबनी : छठ पूजा के दौरान शहर में फेके गये कचरे से बाजार की स्थिति नारकीय बनी हुई है. शहर के कमोबेश सभी इलाके में कचरों का अंबार लगा हुआ है. पर्व को लेकर शहर में लगाये गये अस्थायी दूकानदारों द्वारा फेके गये कचरे को अभी तक साफ नहीं कराया गया है. जिसके कारण लोगों […]
मधुबनी : छठ पूजा के दौरान शहर में फेके गये कचरे से बाजार की स्थिति नारकीय बनी हुई है. शहर के कमोबेश सभी इलाके में कचरों का अंबार लगा हुआ है. पर्व को लेकर शहर में लगाये गये अस्थायी दूकानदारों द्वारा फेके गये कचरे को अभी तक साफ नहीं कराया गया है. जिसके कारण लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है.
शहर के गिलेशन बाजार, बाटा चौक, स्टेशन चौक, नीलम चौक, गंगासागर चौक के समीप कचरे से र्दुगंध आने लगी है. जिसके कारण आम लोग परेशान है. एक ओर नगर प्रशासन द्वारा दिपावली व छठ पर्व को लेकर साफ सफाई का सफल प्रयास किया गया था. बाजारों में इसकी झलक देखने को मिली थी.
वहीं दूसरी ओर पर्व समाप्ति के बाद नगर प्रशासन कचरे के उठाव करने में उदासीनता बरत रही है. यही हाल कमोबेश शहर के तालाबों की है. दुर्गंध से हालत ऐसी बनी हुई है कि आस पास के लोगों को रहना मुश्किल है. गौरतलब है कि नप में सफाई कर्मी के अभाव में एनजीओ द्वारा सफाई का काम देख रही है.
सफाई कर्मियों का अभाव
शहर के सफाई की जिम्मेदारी नगर परिषद को है. इसके लिए शहर के नागरिक टैक्स भी भरते हैं. पर सफाई कर्मियों के कमी के कारण सफाई में परेशानी हो रही है.
हालांकि, कर्मियों के अभाव के कारण शहर में सफाई के लिए एनजीओ नियुक्त की गयी है, पर इसके बाद भी शहर मंे गंदगी का अंबार है.सबसे खराब स्थिति गिलेशन बाजार की है. पर्व के दौरान केला, नारियल व अन्य सामानों की सबसे अधिक बिक्री इसी बाजार में हुई थी. पर पर्व बीतने के बाद बाजार में फेंका गया कचरा अब तक उसी तरह पड़ा है.
इधर, इन कचरे के सड़ जाने से अब इससे निकल रही सरांध लोगों को परेशान कर दिया है. बाजार में सामान बेचने वाले व खरीदारी को जाने वाले ग्राहकों को भारी परेशानी हो रही है.
जागरुकता का अभाव
अपने आसपास फैले गंदगी की सफाई को लेकर हमने जागरूक रहने की जरूरत है. जिस तरह पर्व में हम सफाई के लिए आगे आते हैं उसी तरह हमें सजग रहने की जरूरत है.