मधुबनीः बारिश के कारण हुए जल जमाव से जिले में वेक्टर जनित रोगों के फैलने की आशंका बनी हुई है. मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से इंसेफलाइटिस, डेंगू, कालाजार, मलेरिया आदि बीमारी फैलने की आशंका से लोग डरे सहमें हैं. ग्रामीण क्षेत्रों की तो बात दूर शहर के विभिन्न वार्डो में जल जमाव से स्थिति भयावह बनी हुई है.
शहर में थाना चौक से शंकर टॉकिज जाने वाली सड़क के किनारे नाला निर्माण अधूरा रहने के कारण आस पास के घरों में जल जमाव हो गया है. जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण कई घरों में वर्षा का पानी घुस गया है. प्रधान डाकघर के समीप नाला निर्माण अधूरा रहने के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है. सड़क उंचा और समीप का घर नीचा रहने के कारण जल जमाव की त्रसदी लोगों को ङोलनी पड़ रही है. शहर में तालाबों का अस्तित्व मिटने के कारण भी जल जमाव का संकट गहराता जा रहा है. जल निकासी को लेकर शहर के चकदह गुमटी के समीप कुछ साल पूर्व पुलिस फायरिंग में एक मेडिकल रिप्रेंजेंटेटिव की मौत भी हो गयी थी.
शहर के विभिन्न वार्डो में जल जमाव की समस्या बनी हुई है. शहर के लहेरियागंज, गदियानी, भौआड़ा, आदर्शनगर कॉलोनी , स्टेडियम रोड, महाराजगंज, संतुनगर सहित कई मुहल्लों में जल जमाव ने गंभीर रूप धारण कर लिया है. कुछ जगहों पर लंबे समय से जल जमाव रहने के कारण पानी बदबू दे रहा है. जिससे डायरिया फैलने का खतरा बना हुआ है. आर के कॉलेज रोड, महिला कॉलेज रोड, जेएन कॉलेज रोड में निचले हिस्से में कई घरों के आस पास जल जमाव हो गया है. निजी बस स्टैंड के आस पास के इलाके और मुहल्लों में जगह जगह जल जमाव हो गया है.बारिश के कारण सदर अस्पताल परिसर और पुराने जेल भवन के आस पास भी जल जमाव हो गया है. शहर में आये दिन हो रहे नये नये भवनों के निर्माण के कारण भी कई जगहों पर जल निकासी बाधित हो गयी है. सदर अस्पताल में अभी तक नाला निर्माण नहीं हो सका है. लहेरियागंज के कुछ इलाके तो झील में तब्दील हो गये हैं.
कहीं कहीं तो शहर में जल जमाव के कारण पुराने मकानों की दशा जजर्र होती जा रही है. जल जमाव के कारण ये पुराने मकान कभी भी ध्वस्त हो सकते हैं. पुराने ओर क्षतिग्रस्त मकानों को धाराशायी होने की भी आशंका बनी हुई है. शहर के कई स्कूलों के परिसर और खेल मैदान में भी जल जमाव हो गया है. खादी भंडार परिसर में जगह जगह जल जमाव हो गया है. मिलन टॉकिज चौक से कुछ दूरी पर स्थित नोनिया टोली और जेपी कॉलोनी में जगह जगह वर्षा का पानी जमा हो गया है. इसका लोगों के सेहत पर प्रतिकुल असर पड़ने की आशंका बनी हुई है. बाटा चौक से आगे स्थिति नारकीय है. मेनन कन्या मिडिल स्कूल, गांधी चौक, बलुआ सहित कई अन्य जगहों पर कूड़ा कचरा सड़ने से दरुगध आ रहा है. शहर से सटे चकदह में भी कई जगह पानी जमा हो गया है. शहर से सटे सप्ता, मंगरौनी में भी जल जमाव बढ गया है. वर्षा से पूरा शहर पानी पानी हो गया है जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कमोबेश यही स्थिति है. जिले के अधिकांश प्रखंडों में जल जमाव की परेशानी से लोग जूझ रहे हैं.