मधुबनीः पेंटिंग की सिद्धहस्त हस्ताक्षर पद्मश्री महासुंदरी देवी का अंतिम संस्कार शुक्रवार सुबह रांटी गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. अंतिम विदाई की बेला में राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र, जिला पदाधिकारी लोकेश कुमार सिंह, डीडीसी डीएन मंडल सहित कई प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे. रांटी गांव में चारों तरह गमगीन माहौल पसरा हुआ था. ग्रामीण महिलाएं एवं परिजन रो रहे थे. पद्मश्री महासुंदरी देवी की अंतिम विदाई सुबह 9 बजे शुरू हुई. घर के नजदीक ही उनकी अपनी निजी जमीन पर उनका अंतिम संस्कार किया गया.
तिरंगे में लिपटी थी महासुंदरी
रांटी गांव में सुबह से ही ग्रामीणों एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं पुलिस बलों का आना जाना जारी था. सुबह 9 बजे तिरंगे में लिपटा उनके पार्थिव शरीर को कंधा लगा कर पुत्रों, पौत्रों एवं परिजनों ने वाहन पर रखा तो महिलाएं रोने लगी. लोग एक दूसरे को ढाढस बढाते रहे. घर से 100 मीटर की दूरी पर ही उनका अंतिम संस्कार किया गया. महासुंदरी के बड़े पुत्र विपिन कुमार दास ने मुखागिA दी.
गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
राजकीय सम्मान के साथ हुए अंतिम संस्कार में जिला पुलिस के सार्जेट मेजर अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसमें बिहार पुलिस के सशस्त्र बलों ने सशस्त्र झुका कर उन्हें सलामी दी.