मधुबनी : मुख्य पार्षद सुनैना देवी व उपमुख्य पार्षद बारिस अंसारी के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव मंगलवार को खारिज हो गया. नतीजतन मुख्य पार्षद व उपमुख्य पार्षद की कुर्सी बरकरार रही. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मंगलवार को वार्ड पार्षद सुभाष चंद्र मिश्र की अध्यक्षता में नप बोर्ड की बैठक सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई. विदित हो कि पूर्व निर्धारित समय से बोर्ड की बैठक शुरू हुई. बैठक में 29 पार्षदों में से 22 पार्षद उपस्थित हुए.
जबकि 7 पार्षद अनुपस्थित रहे. मतदान में 21 पार्षदों ने भाग लिया. सभी सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया. जबकि अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में एक भी मत नहीं पड़े. इस तरह मुख्य पार्षद व उपमुख्य पार्षद के विरुद्ध लाया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया. मतों की गिनती के बाद अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होने की घोषणा होते ही बाहर खड़े मुख्य व उपमुख्य पार्षद के समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी. एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाया व मुख्य व उपमुख्य पार्षद का फूल मालाओं से लाद दिया. बैंड बाजे के साथ शहर में जुलूस निकाला गया.
11 बजे शुरू हुई बैठक. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए नप बोर्ड की विशेष बैठक निर्धारित समय 11 बजे से शुरू हुई. हालांकि कुछ पार्षदों का इंतजार भी किया गया. 22 पार्षद ही उपस्थित हुए. चूंकि मुख्य पार्षद व उपमुख्य पार्षद पर अविश्वास के लिए बैठक थी. इसलिए सदस्यों में से एक को अध्यक्षता करनी थी. सदस्य इश्तियाक अहमद ने सुभाष चंद्र मिश्र के नाम का प्रस्ताव किया. जिसे सदस्यों ने सर्वसम्मति से समर्थन किया. सिर्फ वार्ड नंबर 17 के पार्षद इश्तियाक अहमद व वार्ड नंबर 18 के पार्षद कैलाश साह ने अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में अपना अपना पक्ष रखा उसके बाद मुख्य पार्षद व उपमुख्य पार्षद ने अपना पक्ष रखा.
लगाये गये आरोप का दिया जवाब. मुख्य पार्षद सुनैना देवी व उपमुख्य पार्षद बारिस अंसारी ने अपने उपर लगाये गये आरोप पर विस्तृत से चर्चा करते हुए सदन के पटल पर रखा. कहा शहर में पिछले दो सालों में विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर विकास को गति दी गयी है. साफ-सफाई में व्यापक सुधार हुआ है. प्राथमिकता के तौर पर प्रत्येक वार्डों में विकास किया गया है. सदस्यों से कोई भेदभाव नहीं किया गया. जब जरूरत पड़ी उपस्थित रहा हूं. उन्होंने सदस्यों से अविश्वास प्रस्ताव पर निर्णय लेने की अपील की.
ये सदस्य हुए उपस्थित. अविश्वास प्रस्ताव बुलाये गये बोर्ड की विशेष बैठक में वार्ड एक के पार्षद जयशंकर साह, 5 के निर्मला देवी, 6 के पूनम कुमारी, सात के सुरेंद्र मंडल, 10 के रेहाना खातून, 12 के आयशा खातून, 13 के सोनाली देवी, 14 के सुनीता देवी, 15 के महरानी देवी, 17 के इश्तियाक अहमद, 18 के कैलाश साह, 19 के सुभाष चंद्र मिश्र, 20 के उमेश प्रसाद, 21 के मनीष कुमार सिंह, 23 के अरूण कुमार राय, 25 के शबाना प्रवीण, 26 के कविता देवी, 27 के जामुन सहनी, 29 के हलिमा खातून तथा 30 के प्रभावति देवी उपस्थित थी.
ये पार्षद रहे अनुपस्थित. बोर्ड की विशेष बैठक में वार्ड दो के पार्षद विनीता देवी, वार्ड 4 के पार्षद धर्मवीर प्रसाद, 8 के पार्षद रेखा नायक, 9 के बेनजीर खालिद, 16 के पार्षद प्रीति चौधरी, 22 के शबनम आरा तथा वार्ड नंबर 28 के पार्षद खालिद अनवर ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया.
पार्षदों ने किया गुमराह
वार्ड नंबर 8 की पार्षद रेखा नायक व 16 की पार्षद प्रीती चौधरी ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा है कि मुख्य पार्षद व उपमुख्य पार्षद पर लाया गया अविश्वास खारिज हो गया है. अविश्वास प्रस्ताव के लिए जिन 10 पार्षदों ने आवेदन दिया था उसमें से एक पार्षद ने बैठक की अध्यक्षता की. जबकि अन्य 9 पार्षद को मेल में लेकर अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करा दिया.यह सोचनीय है. यह काम गुमराह करने वाला है.