ठंड की मार . गरीबों को हो रही परेशानी, नहीं जल रहा अलाव
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बिना कंबल के रात काट रहे सदर अस्पताल के मरीज
ठंड की मार . गरीबों को हो रही परेशानी, नहीं जल रहा अलाव मधुबनी : पछिया हवा के तेज होने के साथ ही पारा लुढक गया है. कुहासे से लोग देर तक शनिवार को अपने अपने कंबलों में घुसे रहे. पर इस सर्द और कड़ाके की ठंड की वजह से सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों […]
मधुबनी : पछिया हवा के तेज होने के साथ ही पारा लुढक गया है. कुहासे से लोग देर तक शनिवार को अपने अपने कंबलों में घुसे रहे. पर इस सर्द और कड़ाके की ठंड की वजह से सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों की आंखों की निंद गायब हो गयी है. आलम यह है कि मरीज रात भर जागकर बिता रहे हैं. जिनके पास खुद का कंबल या जाड़े से बचाव के लिए रजाई है
वे तो किसी तरह खुले अस्पताल में दुबक कर रात काट भी लेते हैं, पर अधिकांश गरीब परिवार के लोग भर्ती हैं, जिनके पास पर्याप्त कंबल नहीं है वे करवट बदल कर रात बिता रहे हैं. आलम यह है कि बीते पंद्रह दिनों से जो मरीज सदर अस्पताल में भर्ती है उसे भी अब तक कंबल मुहैया नहीं कराया गया है. जानकारी के अभाव में मरीज अस्पताल प्रबंधन से कंबल की मांग नहीं कर पा रहे हैं तो दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन का इन मरीजों को कंबल नहीं देने के पीछे का तर्क है कि मरीज उनसे कंबल की मांग नहीं कर रहे. वर्तमान में करीब दो दर्जन मरीज अस्पताल के विभिन्न वार्ड में भर्ती हैं.
वार्ड में नहीं आते डाॅक्टर
विरसायर निवासी गीता झा, गुरमाहा निवासी गुड़िया देवी, महराजपुर निवासी शीला देवी ने बताया कि रात्रि के समय वार्ड में चिकित्सक द्वारा मरीजों की देखभाल नहीं की जाती है. इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक से जब जाकर कहती हूं कि मेरे मरीज को देख लीजिए तो उनका जवाब होता है. नहीं जाउंगा. ऐसे में सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों भगवान भरोसे ही रहना पड़ता है. यह परेशानी किसी एक मरीज या एक दिन का नहीं है.
अक्सर रातों को इस परेशानी से मरीज व उनके परिजन जूझते हैं.
पंद्रह दिन से हैं भर्ती, नहीं मिला कंबल
मेडिकल वार्ड में बीते एक दिसंबर से रांटी निवासी मो. कासिम भर्ती है. इन्हें दमे की परेशानी है. बताते हैं कि बीते 15 दिनों से भर्ती हैं. पर आज तक कंबल नहीं दिया गया है. कहते हैं कि एक कंबल घर से मंगाये हुए थे. जिससे किसी तरह तो रात कट जाती थी. पर अचानक ही ठंड बढ़ गयी है. अस्पताल द्वारा एक दिन भी पूछा तक नहीं गया है कि क्या परेशानी है. रात भर जागकर बिताया है. सांस भी तेज हो गयी है. इसी प्रकार सदर अस्पताल में रहिका प्रखंड के भागीरथपुर निवासी दाहो देवी 13 दिसंबर को महिला वार्ड में इलाज के लिए भर्ती हुई. उनका पुत्र शत्रुध्न पासवान ने बताया घर से ही कंबल लाया था उसी से काम चल रहे हैं. पुरुष मेडिकल वार्ड में 12 दिसंबर को भर्ती हुए नाजिरपुर निवासी 65 वर्षीय हेमचंद्र झा ने बताया कि अब तक अस्पताल प्रबंधन द्वारा न तो कंबल मुहैया कराया गया है ओर न ही कोई कर्मी कंबल के लिए पूछने ही आया है. घर से एक कंबल लेकर आया था उससे ही काम चल रहा है. गुरमाहा निवासी कैलू पासवान, करही निवासी रमेश सिंह ने बताया कि चार दिन पूर्व भर्ती हुआ था, अभी तक अस्पताल प्रबंधन द्वारा कंबल नहीं उपलब्ध कराया गया है. जबकि मेडिकल वार्ड में बेल्हवार निवासी नृत नारायण चौधरी विगत एक माह से हाइड्रोसील के ऑपरेशन के लिए भर्ती है, उन्होंने भी बताया कि अब तक कंबल नहीं दिया गया है. जबकि दो तीन दिनों से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. इनके परिजनों का कहना है कि सदर अस्पताल में मरीजों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. मसलन मरीजों को शौचालय व पेशाब करने की कोई व्यवस्था नहीं है. इसकी व्यवस्था स्वयं मरीज को करना पड़ता है.
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