मधुबनी : नैंसी हत्याकांड के मुख्य नामजद आरोपित लालू झा व पवन झा को पुलिस से क्लीन चिट मिलने के बाद अब इस मामले में नैंसी के पिता व उनके परिजनों की मुश्किलें बढ़ गयी है. अब सीधे तौर पर पुलिस व एसआइटी की टीम ने नैंसी के चाचा राघवेंद्र, पंकज व अन्य पर हत्या की आशंका जता दी है. हालांकि यह आशंका पुलिस व एसआइटी की टीम शुरू से ही करती रही है. एसआइटी ने अपने जांच के दौरान शुरू मे ही बार बार इस बात की आशंका जतायी कि नैंसी के हत्या में कथित तौर पर नैंसी के चाचा राघवेंद्र,
पंकज व अन्य कुछ संबंधियों की मिलीभगत है. इसमें महिला रिश्तेदारों की बातें भी एसआइटी के इंचार्ज निधि रानी व एसपी दीपक बरनवाल बताते रहे हैं. पर अब तक नैंसी के हत्या में परिवार के द्वारा लालू व पवन को नामजद कर दिये जाने के कारण जांच दोहरे दिशा में चल रही थी. लेकिन चार्जशीट में जिस तरह से पुलिस ने लालू व पवन को इस कांड से पूरी तरह बरी कर दिया है उससे अब पुलिस के जांच का दायरा सिर्फ नैंसी के परिवार पर ही सिमट कर रह गया है.
नैसी के संबंधी की ओर हत्या का इशारा, अब जांच का दायरा परिवार की ओर मुड़ा
राघवेंद्र व पंकज को भी मिल चुकी है जमानत
छेड़खानी के आरोप को सिरे से नकारा
इधर लालू व पवन के रिहा होने के बाद से इनके परिवार में खुशी लौट आयी है. लालू व पवन ने बताया है कि कानून पर उनकी आस्था पहले भी थी पर अब तो यह और भी बढ़ गया है. लालू व पवन ने कहा है कि वे लोग हमेशा ही अपने कामों में लगे रहते थे. कहीं भी किसी तौर पर इस (नैंसी)परिवार के साथ कुछ गलत भावना नहीं थी.
वहीं पूर्व में पूजा के साथ किये गये छेड़खानी को भी इन लोगों ने गलत बताते हुए कहा है कि गांव में संबंधों को काफी अहमियत दिया जाता है. पूजा को हम लोगों ने तो हमेशा ही बहन के रूप में देखा. यह महज संयोग ही था कि एक बार जलावन लाने के दौरान उसका दुपट्टा जलावन में उलझ गया था जिसे तूल दे दिया गया और इन लोगों के साथ मारपीट किया गया.
पुलिस की जांच पर संदेह
इधर, एक बार फिर नैंसी के पिता ने पुलिस व एसआईटी पर जांच में गड़बड़ी व पक्षपात करने का आरोप लगाया है. नैंसी के पिता रविंद्र झा ने कहा है कि उनके दोनों भाई व परिवार के अन्य सदस्य को नैंसी की हत्या करने का कोई औचित्य ही नहीं है. पुलिस जितनी चाहे कहानी बना ले. पर इसका सही जांच तो सीबीआई से ही हो सकेगा.
कहते हैं कि शुरुआत से ही न जाने क्यों पुलिस इस परिवार के पीछे लगी है. बाहरी लोगो की ओर तो पुलिस ने कभी जांच का दायरा बढ़ाया ही नहीं . अपराधी खुद पुलिस के पास कैसे आयेंगे. कहा कि भले ही लालू व पवन को पुलिस ने क्लीन चिट दे दिया है. पर वे इस मामले को लेकर दुबारा कोर्ट में जायेंगे और सीबीआई की जांच के लिये भी पहल करेंगे.