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रफ्तार ने बढ़ाया मौत का ग्राफ
जिले में सड़क दुर्घटना में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. हाल के दिनों में जिले में अलग-अलग सड़क दुर्घटना में कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये और कई मौतें भी हो चुकी हैं, जो लोगों के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है. मधेपुरा : आये दिन वाहन चालकों द्वारा यातायात के […]
जिले में सड़क दुर्घटना में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. हाल के दिनों में जिले में अलग-अलग सड़क दुर्घटना में कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये और कई मौतें भी हो चुकी हैं, जो लोगों के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है.
मधेपुरा : आये दिन वाहन चालकों द्वारा यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती हैं. इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. अप्रत्याशित वाहनों में वृद्धि व यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन नहीं होना इसकी वजह बनती रही है. बेलगाम ट्रक चालकों की मनमानी व गाड़ियों की तेज रफ्तार के कारण दुर्घटनाएं आम हो गयी हैं. बड़े वाहनों के प्रवेश का जो समय निर्धारित है
उसका कड़ाई से पालन नहीं होना व गाड़ियों के स्पीड पर नियंत्रण के लिए प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाना दुर्घटना में बेतहासा वृद्धि हो रही है. सड़क सुरक्षा सप्ताह के समय को यातायात के नियमों का पालन करने का निर्देश प्रशासन की ओर से दिया जाता है. दो चार दिन जागरूकता अभियान चलाया जाता है. फिर स्थिति जस की तश बनी रहती है.
तेज रफ्तार के कारण हुई मौतें . बड़े वाहनों का बाजार में यातायात के नियम के विरूद्ध प्रवेश आम हो गयी है. नो इंट्री के समय भारी वाहनों का आवागमन होता रहता है. बाजार में वाहनों की गति सीमा पर नियंत्रण के लिए कोई ठोस नियम कानून नहीं है. जिस कारण कई बार ट्रक की चपेट में आकर लोग दुर्घटना ग्रस्त होकर मौत के मूंह में जा चुके है.
बीते दिनों जिला मुख्यालय स्थित गुमटी पुल के समीप शंकरपुर प्रखंड के जिरवा वार्ड नंबर तीन निवासी संजीव कुमार का 14 वर्षीय मनीष कुमार की मौत ट्रक की चपेट में आकर हो गयी. वह साइकिल से पढाई कर अपने मामा के घर आ रहा था कि वह तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आ गया.
सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद सहरसा ले जाने के क्रम में रास्ते में उसकी मौत हो गयी. वहीं सिंहेश्वर प्रखंड के बहेरी पंचायत के बेरबन्ना निवासी शंभु पासवान का पुत्र प्रकाश कुमार व मो शयीद का पुत्र दिलशाद की सिंहेश्वर दुर्गा चौक के समीप तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से घटना स्थल पर ही दोनों की मौत हो गयी. वह बाइक से सिंहेश्वर में मनोहर दुर्गा उच्च विद्यालय नामांकन के बाद दोनों घर जा रहा था. इसी क्रम में ट्रक की चपेट में आकर दोनों की मौत हो गयी थी. बीते दिनों सड़क दुर्घटना में काफी इजाफा हुआ है.
यातायात के नियमों की उड़ रही धज्जियां . जिले में यातायात के नियमों का सख्ती से पालन नहीं हो रहा है. नो इंट्री के समय भी बड़े वाहन बेरोकटोक शहर में प्रवेश करते है. वहीं वाहनों के गतिनियंत्रण पर कोई लगाम नहीं होने से वाहन चालक भीड़ भार वाले क्षेत्र में भी वाहन की गतिसीमा कम नहीं करते है. जिससे आये दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है. नो इंट्री के समय बाजार में भारी वाहनो का प्रवेश से अनहोनी की संभावनाएं बनी रहती है. वहीं ओवर लोड गाड़ियों के प्रवेश से भी दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है.
ट्रैफिक पुलिस की नहीं है व्यवस्था
जिले में कहीं भी ट्रफिक पुलिस की व्यवस्था नहीं है. जो यातायात के नियमों का कराई से पालन करवा सके. ट्रफिक पुलिस के नहीं होने से कई बार वाहन चालक यातायात के नियमों को तोड़ते है. शहर मुख्य चोराहे पर कोई ट्रफिक पुलिस की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में कई बार भारी वाहनों के गलत ढंग से प्रवेश के कारण जाम की भी समस्या उत्पन्न होती है. आये दिन गाड़ियों की संख्या में बढोतरी हो रही है. ऐसे में यातायात के नियम का सही ढंग से पालन नहीं होना सड़क दुर्घटना में वृद्धि से इनकार नहीं किया जा सकता.
सड़क अतिक्रमण भी दुर्घटना का कारण . जिले में सड़क अतिक्रमण के कारण भी दुर्घटनाएं होती हैं. जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड, स्टेशन चौक, कॉलेज चौक, सुभाष चौक आदि जगहों पर सड़क अतिक्रमण के कारण हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है. सड़क अतिक्रमण के कारण राह चलते लोगों को सड़क पर ही गुजरना पड़ता है. जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. सड़क किनारे यातायात के नियमों की अनदेखी कर यत्र – तत्र गाड़ियां खड़ी रहती है.
वहीं रेड़ी पटरी लगाने के कारण सड़क पर भीड़ की समस्या उत्पन्न होती है. सिंहेश्वर मुख्य बजार, मुरलीगंज हटिया चौक, उदाकिशुनगंज में गुदरी बाजार, बस स्टैंड, फुलौत चौक, बिहारीगंज , ग्वालपाड़ मुख्य बाजार में सड़क अतिकरण के कारण आये दिन जाम की समस्या बनी रहती है. ऐसे में सड़क अतिक्रमण के कारण भी सड़क दुर्घटना में वृद्धि हो रही है.
वाहन चालकों को जागरूक करने की दिशा में नहीं हो रही पहल . सड़क दुर्घटना में हो रही बढोतरी को देखते हुए जिले में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. वाहन चालक जानकारी के अभाव में गलत ढंग से सड़क पर गाड़ी चलाते है. बहुत से वाहन चालक ऐसे भी है.
जिन्हे भारी वाहन चलाने का सही ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है न ही उसे ट्रफिक के नियमों की सही जानकारी है. बीते माह जिले में पुलिस प्रशासन की ओर से लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया. गाड़ी चलाने व सावधानी बरतने के लिए जागरूक किया गया. वहीं जरूरी है भारी वाहन चालकों को भी जागरूक करने की दिशा में पहल हो जिले में कहीं भी सड़क किनारे यातायात के नियमों का बोर्ड नहीं लगा है.
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