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जाम से मधेपुरावासियों को जान की सांसत

जाम से मधेपुरावासियों को जान की सांसत फोटो – मधेपुरा 01,04कैप्शन – 01 – बीच सड़क पर सजा तिलकुट दुकान, 02 सड़क पर ही होती है सब्जी की बिक्री, 03 – सड़क पर खुला जुते का शो रूम, 04 – सड़क पर लगा होटल फोटो – 05,06,07कैप्शन – 05 – एसपी कुमार आशीष, 06 – […]

जाम से मधेपुरावासियों को जान की सांसत फोटो – मधेपुरा 01,04कैप्शन – 01 – बीच सड़क पर सजा तिलकुट दुकान, 02 सड़क पर ही होती है सब्जी की बिक्री, 03 – सड़क पर खुला जुते का शो रूम, 04 – सड़क पर लगा होटल फोटो – 05,06,07कैप्शन – 05 – एसपी कुमार आशीष, 06 – विशाल कुमार बबलू, 07 – संजय कुमार निराला – लापरवाही . शहर में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद, बीच सड़क पर सजता है बाजार — अनियंत्रित यातायात व अतिक्रमण के कारण रोज लगता है महाजाम — जिला प्रशासन सहित नगर परिषद शहरवासियों की समस्या के प्रति नहीं है गंभीर इंट्रो—–जिला मुख्यालय में रोज लगते महाजाम के कारण शहरवासी सहित वाहन चालक परेशान हैं. शहर का कपुरी चौक हो या बीपी मंडल चौक इन जगहों पर सुबह आठ बजे से रात नौ बजे तक जाम की समस्या बनी रहती है. जिला मुख्यालय का हृदय स्थल कहे जाने वाले सुभाष चौक पुरानी कचहरी चौक, बैंक रोड से गुजरने के नाम पर ही वाहन चालकों के हाथ-पांव फुलने लगते हैं. शहर की कई जगहों पर लगने वाले इस जाम का मुख्य कारण अतिक्रमण और अनियंत्रित यातायात परिचालन होता रहता है. जिला प्रशासन व नगर परिषद इस समस्या के निदान की दिशा में गंभीरता नहीं दिखा रहा है. इससे एक ओर जहां अतिक्रमण कारियों के हौसले बुलंद हैं, तो दूसरी तरफ आम शहरवासी की परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. प्रतिनिधि, मधेपुरा शहर में इन दिनों अतिक्रमणकारियों का अघोषित कब्जा कायम हो गया है. जिसको जहां हुआ मन वहीं, तंबु-बंबु लगा कर दुकानदारी शुरू कर देते हैं. जिस कारण चौड़ी सड़कें लगातार सिकुड़ कर छोटी होती जा रही है. जिला मुख्यालय के कॉलेज चौक से लेकर कपूरी चौक तक अनगीनत जगहों पर सड़क पर ही बाजार सज रहा है. हैरत है कि दर्जनों जगहों पर सड़क पर दुकान का काउंटर लगा हुआ है. खास कर जूता, कपड़ा, सब्जी, तिलकुट आदि के दर्जनों अस्थायी दुकान बीच सड़क पर सजे हुए हैं. सड़क पर दुकान लगने के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाती है. वहीं उपभोक्ता जब बीच सड़क पर खड़े होकर खरीदारी करते है तो दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. वहीं बीच सड़क पर दुकान सजने से राहगीर और वाहन चालकों को गुजरने में कठिनाई होती है. खास कर अस्पताल और निजी क्लिनिक जाने वाले मरीजों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है. नगर परिषद सहित जिला प्रशासन की चुप्पी से अतिक्रमण कारियों के हौसले बुलंद है. होती है जम कर अवैध वसूलीसड़क पर लगने वाले दुकानों से अवैध वसूली किये जाने की बात भी खुल कर सामने आ रही है. सुभाष चौक पर सब्जी बेचने वाले बेचन मेहता बताते है कि जिस स्थायी दुकानदार के सामने के फुटफाथ पर दुकान लगाते है उस दुकानदार को प्रतिदिन 30 से 50 रुपये देना पड़ता है. वहीं नगर परिषद को भी बटटी के रूप में राशि देनी पड़ती है. साथ – साथ बाजार में गश्त लगाने वाले पुलिस कर्मी भी मुफ्त में सब्जी साग उठा कर ले जाते है. अन्यत्रित यातायात भी है मुख्य कारण शहर की सबसे बड़ी समस्या जाम का एक महत्वपूर्ण कारण अन्यत्रित यातायात परिचालन भी है. अतिक्रमण के कारण सिकुरी हुई सड़क पर अन्यत्रित यातायात प्रतिदिन जाम की समस्या को जन्म देती है. यातायात सुचारू रखने के लिए एक भी पुलिस कर्मी शहर के किसी भी चौक चौराहे पर मुस्तैद नजर नहीं आते है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर शहर के कॉलेज चौक, कर्पूरी चौक, बीपी मंडल चौक, बैक मोड़, स्टेशन चौक और सुभाष चौक पर अगर ट्रफिक पुलिस की तैनाती की जाय तो जाम की समस्या पर हद तक काबू पाया जा सकता है. हालांकि गत माह पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने मधेपुरा शहर में तीन ट्रफिक कैंप खोलने की घोषणा करते हुए इंस्पेक्टर एवं सव इंस्पेक्टर रेंक के अधिकारियों का जिम्मेदारी भी सौंपी थी. लेकिन यह घोषणा सिर्फ कागजी बन कर रह गया. सात वर्षों से गूंज रहा विस्थापन का मुद्दा मधेपुरा. शहर को अतिक्रमण मुक्त कर जाम की समस्या के सामाधान के लिए फुटफाथ पर लगने वाले बाजार को समुचित जगह उपलब्ध करवाने की दिशा में करीब सात वर्षों से जिला प्रशासन और नगर परिषद जुटा हुआ है. लेकिन कमजोर इच्छा शक्ति के कारण आज तक इस दिशा में सार्थक पहल नहीं हो सका. हालांकि इन सात वर्षों के दौरान इस मुद्दे पर अनगिनत बैठक संपन्न हो चुकी है. अतिक्रमण कारियों एवं खास कर सब्जी विक्रेताओं को मुख्य पथ से हटा कर जिला परिषद के गांधी पार्क में विस स्थापित करने की रूप रेखा वर्षों पूर्व तैयार किया गया था. लेकिन जिला प्रशासन की उदासीनता और जिला परिषद एवं नगर परिषद की आपसी खींचातानी के कारण आज तक इस समस्या मजबूत निदान नहीं किया जा सका है. जिसके कारण मधेपुरा वासी परेशान है. — वर्जन — यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिए बाजार में पुलिस कर्मी को तैनात किया जाता है. शहर की यातयात व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है. जल्द ही ट्रैफिक व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किया जायेगा. कुमार आशीष, एसपी, मधेपुरा– वर्जन — फुटकर विक्रेताओं के लिए पर्याप्त जगह की तलाश की जा रही है. जगह मिलने पर इन्हें हटाया जायेगा. स्थायी दुकानदार जो सड़क पर अतिक्रमण किये हैं, ऐसे दुकानदारों से अतिक्रमण स्वत: हटाने का निवेदन किया गया है. जो खुद अतिक्रमण नहीं हटायेंगे, उन दुकानदारों पर नगर परिषद विधि सम्मत कार्रवाई करेगा. विशाल कुमार बबलू, मुख्य पार्षद, नगर परिषद मधेपुरा. — वर्जन — फुटफाथ पर लगने वाले बाजार के लिए नई जगह का चयन किया जा चुका है. कुछ कागजी कार्रवाई बांकी है. चुनाव के कारण जिला प्रशासन व्यस्त था. अब दिशा में सार्थक पहल कर शहर के जाम की समस्या का समुचित निदान किया जायेगा. संजय कुमार निराला, सदर एसडीओ, मधेपुरा

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