जीतापुर : सदर प्रखंड के कई ऐसे विद्यालय है जहां समय से विद्यालय का संचालन नहीं होता है, शिक्षक समय पर विद्यालय नहीं पहुंचते हैं. वहीं मीनू के अनुसार बच्चों को मध्यान भोजन नहीं दिया जाता है. साथ ही छात्रवृत्ति, पोशाक राशि का भुगतान भी समय पर नहीं होने से विद्यालय में अनियमितता का माहौल बना रहता है.
मनमाने तरीके से विद्यालय का संचालन होने से विद्यालयों में पढ़ाई पर असर पड़ता है. जिससे छात्रों के भविष्य पर प्रतिकूल असर पर रहा है. ऐसे ही कुछ विद्यालय है जिसमें नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मरूआहा, नव सृजित प्राथमिक विद्यालय तेलियारी, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय जियासा टोला, नव सृजित प्राथमिक विद्यालय राजपुर टपरा, नवसृजित प्राथमिक तुरकाही पश्चिम सहित कई विद्यालय है जहां शिक्षा को ताक पर रख कार्य किया जाता है.
यहां न तो समय पर शिक्षक आते है और न ही मीनू के अनुसार भोजन बनता है और न ही समय पर विद्यालय खुलता है. जिससे बच्चों के पढ़ाई पर असर पड़ने के कारण अभिभावक के साथ साथ स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. उक्त समस्या को लेकर कई बार अभिभावकों ने वरीय पदाधिकारियों को शिकायत भी की गयी है.
लेकिन कुछ भी असर नहीं देख जा रहा है. ज्ञात हो कि मानिकपुर पंचायत के मरूआहा गांव में सुबह के सिफ्टिंग में दो विद्यालय का संचालन नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मरूआहा व नवसृजित प्राथमिक विद्यालय तेलियारी का होता है. प्रधानाध्यापक की लापरवाही की वजह से पठन पाठन कार्य सही ढ़ंग से नहीं होता है जिससे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.
विलास ठाकुर, विरेंद्र यादव, आशा देवी सहित दर्जनों अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय का संचालन 07 से 12 बजे तक करना है. लेकिन प्रधानाध्यापक ही नौ बजे के बाद विद्यालय पहुंचते है और अधिकतर दिन एमडीएम बंद ही रहता है. एनपीएस मरूआहा के प्रधानाध्यापक सज्जन कुमार और एनपीएस तेलियारी के प्रधानाध्यापक निरज कुमार की लापरवाही से बहुत से बच्चे समय पर विद्यालय पहुंच कर वापस चले जाते है.
ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह अगर प्रधानाध्यापक समय पर नहीं आयेंगे तो हमलोग अपने – अपने बच्चों को विद्यालय भेजना बंद कर कोई अन्य विकल्प का सहारा लेना पड़ेगा. अभिभावकों ने प्रशासन से विद्यालय जांच की मांग करते हुए कहा कि सुबह सिफ्टिंग की वजह से पदाधिकारी गण विद्यालय नहीं पहुंच पाते है. इसी का फायदा विद्यालय के शिक्षक उठाते है.
वहीं दूसरी ओर नव सृजित प्राथमिक विद्यालय जियास टोला सकरपुरा का भी यही हाल है. ग्रामीण प्रियव्रत शर्मा, सूरज कुमार, कुंदन कुमार, नीतीश कुमार, दिलीप कुमार, राजा कुमार आदि ने बताया कि शिक्षक आठ बजे के बाद ही विद्यालय पहुंचते है. अक्सर विद्यालय बंद ही रहता है.
प्रधानाध्यापक प्रदीप शर्मा की मनमर्जी से विद्यालय का संचालन मनमाने तरीके से होता है. — वर्जन — सभी विद्यालय की जांच की जायेगी. प्रधान के द्वारा अगर मनमाने तरीके से विद्यालय का संचालन किया जाता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. जर्नादन प्रसाद निराला, बीइओ, मधेपुरा.