कुमारखंड : (मधेपुरा)बैशाढ़ पंचायत स्थित जेसीबी नहर के समीप बांस बिटटा में शुक्रवार की सुबह एक शव मिलने से पूरे गांव में सनसनी फैल गयी. शव की पहचान लक्ष्मीपुर चंडी स्थान निवासी 24 वर्षीय मो मुमताज के रूप मे किया गया. मुमताज छह दिन पूर्व से लापता था. ग्रामीणों ने बताया कि मुमताज मुरलीगंज निवासी मिथिलेश कुमार मुकेश के स्कॉर्पियों गाड़ी पर चालक के रूप में काम करता था.
पिछले शुक्रवार को वाहन मालिक ने वाहन के साथ चालक के अपहरण होने की रिपोर्ट मुरलीगंज थाना में दर्ज करायी थी. घटना के एक सप्ताह बाद चालक मो मुमताज का शव सड़ीगली अवस्था में मिलने के बाद अपहरण की घटना को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे है.
शव की शिनाख्त होने के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और मुरलीगंज थानाध्यक्ष के खिलाफ समय पर कार्रवाई नहीं करने आरोप लगाते हुए मधेपुरा पूर्णिया मुख्य पथ एनएच 107 को मीरगंज चौक के समीप जाम कर दिया. इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
वहीं शव मिलने स्थान पर लोगों ने बताया कि शुक्रवार की सुबह कुछ मजदूर जेसीबी नहर के समीप धान काटने पहुंचे थे. इस दौरान बांस बिटटा से उठ रहे बदबू के कारण कुछ लोग बांस बिटटा जा कर जांच करने लगे. बांस बिटटा के बीचों बीच पुआल के ढेर के नीचे गमछा और अन्य कपड़ा देख कर लोगों को शक हुआ और जब लोगों ने पुआल को हटाया तो युवक की शव पड़ा हुआ था.
ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना शंकरपुर थानाध्यक्ष को दिया. पुलिस के आने से पूर्व शव मिलने की सूचना पर सैकड़ों ग्रामीण बांस बिटटा के पास पहुंच चुके थे. इस दौरान शव की पहचान लक्ष्मीपुर चंडी गांव निवासी स्कॉर्पियों चालक मो मुमताज के रूप में की गयी. शंकरपुर पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया में जुटी हुई थी.
इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को रोकते हुए मुरलीगंज थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग करने लगे. सड़क जाम कर ग्रामीणों ने किया हंगमाआक्रोशित लोगों ने मीरगंज-जदिया और पूर्णिया मुख्य मार्ग को जाम कर प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. आक्रोशित ग्रमाीण मुरलीगंज थानाध्यक्ष की कार्यशैली पर काफी नाराज थे.
लोगों ने बताया कि अपहृत चालक के बरामदगी को लेकर कई बार परिजनों द्वारा थानाध्यक्ष से गुहार लगाई गयी. लेकिन थानाध्यक्ष मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे थे. अगर थानाध्यक्ष समय पर कार्रवाई करते तो शायद मुमताज की हत्या नहीं होती. आक्रोशित लोगों के सड़क जाम के कारण राहगीर हलकान होते रहे. एनएच पर वाहनों की लंबी कतार लगी रही.
बाद में स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद आक्रोशित लोग जाम खत्म करने के लिए राजी हुए. परिजनों का बुरा हाल शव मिलने की सूचना मिलते ही मृत चालक मुमताज का परिजन और ग्रामीण जेसीबी नहर पर पहुंच चुके थे. मुमताज की पत्नी शबीना खातून का रो-रो कर बुरा हाल था. वह बार – बार अचेत हो जाती थी.
ग्रामीणों ने बताया कि मुमताज काफी गरीब परिवार का लड़का था. प्राइवेट चालक की नौकरी कर वह अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था.
वहीं आक्रोशित ग्रामीण मो इसराइल, अब्दुल सत्तार, आजाद, उसमान, मुखतार, अजमेर, सद्दाम, मुसी, फारूख आदि ने थानाध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि मामला हाईप्रोफाइल नहीं रहने के कारण मुरलीगंज थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने इस अपहरण के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की. थानाध्यक्ष की लापरवाही के कारण एक युवक की हत्या हुई है.
वहीं ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से उचित मुआवजा देने का आग्रह भी किया. शुक्रवार को हुआ था वाहन और चालक का अपहरण मुरलीगंज . प्रखंड मुख्यालय स्थित मुख्य बाजार निवासी स्कॉर्पियों गाड़ी के मालिक मिथिलेष कुमार मुकेश ने गत शुक्रवार को मुरलीगंज थाना में आवेदन दे कर वाहन और चालक के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करवायी थी.
थाना में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार मुकेश ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को करीब 11 बजे चालक मुमताज ने फोन पर बताया कि गोलबाजार स्थित हरिद्वार चौक के किसी कुंदन कुमार के साथ किराये पर वह वाहन को लेकर कुमारखंड प्रखंड के खुर्दा करूवैली जा रहे है. उस दिन देर रात तक चालक और वाहन मालिक में बातचीत होती रही. फिर अचानक बातचीत बंद हो गयी.
शुक्र वार से लापता गाड़ी और चालक जब शनिवार की सुबह भी नहीं आये तो गाड़ी ऑनर मिथिलेश थाना आज्ञात के विरूद्घ आवेदन देकर पुलिस को जानकारी दी. वाहन मालिक के आवेदन पर मुरलीगंज थाना में कांड संख्या 219/15 दर्ज किया गया था. लेकिन इसके बाद पुलिस की कार्रवाई सिफर रही. एक सप्ताह पूर्व लापता महिला का शव बरामद ग्वालपाड़ा .
अरार ओपी क्षेत्र के सुखासन पंचायत के महाराजगंज गांव के वार्ड नंबर 15 से आठ नवंबर से गुम हुई महिला की सड़ी गली लाश बरामद की गयी है. जानकारी के अनुसार महाराजगंज निवासी ओम प्रकाश यादव की 34 वर्षीय पत्नी रेखा देवी आठ नवंबर को दिन के लगभग दस बजे अपने घर से शौच के लिये निकली थी. जो लौट कर घर वापस नहीं आयी.
परिजनों के द्वारा खोजबीन किया गया. लेकिन कही पता नहीं चला. बताते चले की रेखा देवी के पति ओम प्रकाश यादव अन्य प्रदेश में रह कर मजदूरी कर अपने परिवार का जीवन यापन करता है. पत्नी के लापता होने के बाद जानकारी मिलने पर गुरुवार को ओम प्रकाश घर आया और पत्नी की खोजबीन में जुट गया. इस दौरान शुक्रवार की सुबह गांव के आम के बगीचे में एक लाश के रहने की सूचना फैली तो परिजन देखने गये. शव की पहचान रेखा देवी के रूप में की गयी.
ग्रामीणों द्वारा शव मिलने की जानकारी अरार ओपी को दी गई. पुलिस लाश को अपने कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया. लाश को देखने से पता चलता है की रेखा की मौत तीन चार दिन पहले हुई है. इस आशय की जानकारी पंचायत की मुखिया सरिता देवी के द्वारा दी गई. घटना की पुष्टि अरार ओपी के प्रभारी के द्वारा भी की गई.