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अधिकारियों के सामने ही दबंगों ने मुसलिम टोला के बच्चों को खदेड़ कर भगाया, डेढ़ सौ बच्चों को स्कूल जाने से रोका

मधेपुरा: दबंगों से मिली धमकी के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के करीब डेढ़ सौ बच्चे एक सप्ताह से स्कूल नहीं जा रहे हैं. घटना की लिखित जानकारी मिलने के बाद भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. विद्यालय से बच्चों को भगाये जाने के बाद से गांव दो गुट में बंट गया है. मामला मधेपुरा […]

मधेपुरा: दबंगों से मिली धमकी के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के करीब डेढ़ सौ बच्चे एक सप्ताह से स्कूल नहीं जा रहे हैं. घटना की लिखित जानकारी मिलने के बाद भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. विद्यालय से बच्चों को भगाये जाने के बाद से गांव दो गुट में बंट गया है. मामला मधेपुरा जिले के गम्हरिया प्रखंड स्थित औरही एकपरहा पंचायत के चंदनपट्टी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय का है.

सचिव के चुनाव को लेकर हुआ विवाद : पीड़ित पक्ष का आरोप है कि 03 फरवरी मंगलवार को विद्यालय परिसर में विद्यालय शिक्षा समिति का चुनाव चल रहा था. चुनाव प्रक्रिया के दौरान चंदनपट्टी मुसलिम टोला की मकीना खातून को सचिव पद के लिए चयनित किया गया. स्कूल के भूमिदाता पूर्व विधायक बमभोला यादव (राजद) के भतीजा सुभाष यादव ने मकीना खातून के चयन पर विवाद शुरू कर दिया. विवाद बढ़ने के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जवाहर यादव के सामने सुभाष यादव ने मुसलिम टोला के अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों को स्कूल से खदेड़ते हुए धमकी दी कि जो स्कूल आयेगा, जिंदा वापस नहीं जायेगा.

आवेदन देकर कार्रवाई का आग्रह : ग्रामीणों ने मौके पर मौजूद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर कार्रवाई करने का आग्रह किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होता देख ग्रामीणों ने बीडीओ के पास पहुंच कर गुहार लगायी और जिला पदाधिकारी के नाम से आवेदन दिया. इस घटना के सात दिन बाद भी अधिकारियों की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. प्रशासनिक उदासीनता के कारण अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. ग्रामीणों में भय का माहौल है. वे इस मामले को लेकर कहां जायें और क्या करें, समझ नहीं पा रहे हैं.

किया जा रहा समझौते का प्रयास : पड़ित पक्ष का आरोप है कि एक सरकारी अधिकारी के सामने इस घटना को अंजाम दिया गया, लेकिन धमकी देनेवाले के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय समझौता कराने का प्रयास किया जा रहा है. बच्चों के माता-पिता मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं. आसपास के जमींदारों के यहां काम कर उनका गुजारा चलता है. पीड़ितों ने बीडीओ के पास गुहार लगायी, लेकिन आवाज अनसुनी किये जाने के कारण अब कहीं जाने की हिम्मत नहीं कर रहे हैं.

खौफजदा हैं मुसलिम टोला के निवासी : दबंगों के भय से चंदनपट्टी मुसलिम टोला के ग्रामीण खौफजदा हैं. मो करामात बताते हैं कि चुनाव के दिन स्कूल पर सरकारी अधिकारी के सामने दबंगों ने र्दुव्‍यवहार किया. विद्यालय नहीं आने की धमकी दी. फिर भी कुछ नहीं हुआ. अब डर लगता है आगे क्या होगा. मो हबीब बताते हैं कि यह विद्यालय लूट का अड्डा बन कर रह गया है. आवाज उठाने पर गाली-गलौज की जाती है. मो इदरीश बताते हैं कि हम गरीब-गुरबों की सुनने वाला कोई नहीं है. बीबी मुसुर खातून, मो जुम्मन, मरियम खातून, रईसा खातून, मो रफीक आदि ग्रामीण कहते हैं कि प्रशासन अगर चाहता, तो दबंगों पर कार्रवाई होती, लेकिन प्रशासन हम गरीबों को शिक्षा से दूर रखना चाहता है.

मुङो इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. जानकारी लेने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. बद्री नारायण मंडल, जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधेपुरा

मुङो इस मामले की जानकारी मिली थी. मैंने आज भी गांव जाकर अभिभावकों से बातचीत कर बच्चों को स्कूल भेजने के बारे में बातचीत की. कल से उनके बच्चे विद्यालय आयेंगे. पूजा कुमारी, बीडीओ, गम्हरिया

सुभाष यादव स्थानीय व्यक्ति हैं. मेरे सामने यह घटना हुई थी. ग्रामीणों ने आवेदन दिया है. समझौता के लिए प्रयास जारी है. आगामी 13 को शिक्षा समिति का चुनाव संपन्न कराया जायेगा.

जवाहर प्रसाद यादव, बीइओ, गम्हरिया

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