प्रतिनिधि, मधेपुरा बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघर्ष मोरचा के संयोजक प्रदीप कुमार पप्पू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राज्य सरकार के उदासीन रवैया के कारण चार लाख प्रारंभिक, माध्यमिक उच्चतर माध्यमिक नियोजित शिक्षक एवं पुस्तकालय अध्यक्ष आर्थिक, मानसिक व शारीरिक शोषण का शिकार बन रहे हैं
संघ सरकार की नीतियां के विरुद्ध चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है. समान काम का समान वेतन के संवैधानिक अधिकार के तहत वेतनमान समेत राज्य कर्मी की भांति तमाम सुविधा पाने को लेकर सरकार के वादा खिलाफी के विरुद्ध 13 दिसंबर को बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ एवं नव नियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ सभी जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन करेंगी. नियोजित शिक्षकों की समस्या को निदान नहीं की जाती है, तो शीत कालीन सत्र के दौरान 24 दिसंबर 2014 को बिहार विधान सभा का घेराव करेगी. पप्पू ने कहा कि आंदोलन तेज करने को लेकर शिक्षकों की गोलबंदी हेतु मोरचा 29 नवंबर 2014 से नियोजित शिक्षक जागरण यात्रा निकाली है, जो सूबे के 38 जिलों का दौरा कर शिक्षकों को सरकार की नीति से अवगत करार कर 24 दिसंबर 2014 को हक की प्राप्ति के लिए पटना आने का आगाज किया जा रहा है. क्योंकि शिक्षकों के सामने आंदोलन के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचा है.