प्रशासन चौकस. सुबह 08.00 से 09.30 बजे तक होगा सामूहिक नमाज
जिले में ईद को ले तैयारियां पूरी हो गयी है. प्रशासन की ओर से शांति व व्यवथा कायम रखने को ले विभिन्न जगहों पर दंडाधिकारी नियुक्त किये गये हैं.
लखीसराय : बुधवार की संध्या आसमान में बादल छाये रहने के बावजूद चांद की दीदार की खबर के साथ ही इसलाम धर्म प्रेमी रोजेदारों व अन्य मुसलिम भाइयों ने पटाखा फोड़ कर जश्न-ए-ईद-उल-फितर की तैयारियां लगभग पूरी कर ली है. इसी के साथ सख्त प्रशासनिक चौकसी व सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त के बीच आज जुमेरात की अहले सुबह 8 बजे से लगभग 9:30
बजे तक जिले की सभी मसजिदों, ईदगाहों, करबला, इमामबाड़ों, कब्रिस्तान व मजार पर अलविदा रमजान के मौके पर सामूहिक नमाज अता करेंगे. इस दौरान जिलाधिकारी सुनील कुमार की ओर से जिले की सभी 54 मुसलिम बहुल इलाकों में शांतिपूर्ण व परंपरागत उल्लास के साथ ईद त्योहार का समापन के लिए विधि व्यवस्था संधारण ड्यूटी में विशेष दंडाधिकारी, पुलिस
पदाधिकारी, पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट व जोनल दंडाधिकारी के साथ भारी संख्या में सुरक्षा बलों को इस ड्यूटी में तैनात किया गया है. इस बीच थानावरण संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर अनुमंडलाधिकारी अंजनी कुमार व एसडीपीओ पंकज कुमार की संयुक्त भ्रमण अभियान चला कर अकलियत बिरादरी के लोगों के साथ मिल बैठकर शांति समिति की बैठक आयोजित किया गया. जिले भर के संवेदनशील स्थानों में विद्यापीठ चौक, इंगलिश, पुरानी बाजार,
चितरंजन रोड, प्रभात चौक, बड़ी दरगाह, शहीद गेट, पचना रोड, नया बाजार, बालगुदर, बेलौरी, महिसोना, सुरारी इमामनगर, नोनगढ़, गुलनी, प्रेमडीहा, हलसी, बमुआरा, सूर्यगढ़ा बाजार, कजरा, उरैन, पीरीबाजार, मेदनीचौकी, मौलानगर, अलीनगर, माणिकपुर, कटेहर, हल्दी, चकमसकंद, बड़हिया बाजार, कृष्णा चौक व मननपुर में संबंधित थाना पुलिस को चौकस रहने का निर्देश दिया गया है. इस दौरान खासकर सामूहिक नमाज का शांतिपूर्ण समापन के बाद ईद मिलन समारोह आयोजित होने वाले स्थानों पर भी प्रशासन को ड्यूटी पर सख्ती के साथ तैनात रहने का निर्देश दिया गया है.
विदित हो कि जश्न-ए-ईद मिलन की सामूहिक कार्यक्रम जिले स्थित इंगलिश, छोटी दरगाह, बड़ी दरगाह, अमहरा, हाकिमगंज, वृंदावन, मोरमा, पचना रोड, गोड्डीह, तेतरहट, हलसी, गुलनी, प्रेमडीहा, बमुआरा, नोनगढ़, सुरारी इमामनगर, सलेमपुर, आलापुर, मौलानगर, उरैन व हुसैना आदि स्थानों पर आयोजित किये गये हैं. इसके लिए अकलियत वर्ग के लोग बेहद उमंग के साथ इत्र, टोपी, सेवइयां व अन्य लजीज व्यंजन के भी इंतजाम किये गये हैं.