सिकंदरा : सिकंदरा रियासत के आखिरी नवाब ख्वाजा मो मजहर सिद्दीक (91 वर्ष) का लंबी बीमारी के बाद रविवार की सुबह प्रखंड मुख्यालय स्थित उनके पैतृक आवास नवाब कोटी में निधन हो गया. नवाब मजहर सिद्दीक के निधन की खबर फैलते ही सिकंदरा में शोक की लहर दौड़ गयी और अपने अंतिम नवाब के आखिरी दर्शन को लेकर नवाब कोठी पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. परिजनों के मुताबिक नवाब मजहर सिद्दीक ने रविवार को सुबह 8 :30 मिनट पर अपनी आखिरी सांस ली.
बतातें चलें कि नवाब ख्वाजा सिद्दीक हसन के पुत्र ख्वाजा मो.मजहर सिद्दीक का जन्म 1926 ई. में हुआ था. मात्र 17 वर्ष वर्ष की उम्र में 1943 में ख्वाजा मो मजहर सिद्दीक को उनके पिता नवाब ख्वाजा सिद्दीक हसन ने अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया. 1946 में पिता के देहावसान के उपरांत ख्वाजा मो. मजहर सिद्दीक का नवाब के रूप में ताजपोशी की गयी और 1956 में भारत सरकार द्वारा राजप्रथा की समाप्ति तक वो सिकंदरा रियासत के नवाब रहे. हालांकि राजप्रथा की समाप्ति के बाद भी वो हमेशा सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहे और सिकंदरा की आम जनता के साथ उनका लगाव हमेशा बरकरार रहा.
हालांकि पिछले कुछ वर्षों से उम्रजनित समस्याओं के कारण उनकी सक्रियता काफी कम हो गयी थी और कुछ दिनों पूर्व पारालाइसिस अटैक के बाद से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. नवाब मजहर सिद्दीक के निधन के उपरांत उनके पार्थिक शरीर को आम जनता के दर्शन के लिए नवाब कोठी के ही एक हिस्से में रखा गया. इस संबंध में उनके बड़े पुत्र ख्वाजा मो. हसन सिद्दीक व दामाद डा.अरदुर्रहमान ने बताया कि नवाब साहब के पार्थिक शरीर को मंगलवार की शाम जामा मस्जिद में असर के बाद जनाजे की नमाज के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया जायेगा.
नवाब ख्वाजा मो. मजहर सिद्दीक के निधन पर क्षेत्रीय विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी ने शोक व्यक्त किया है. वहीं कांग्रेस नेता खालिद बेग,राजद नेता नसरूल खां,भोला खां,जदयू नेता डा.अंजुम बेग,भाजपा नेता प्रभात केशरी,सुरेंद्र पंडित आदि ने नवाब मजहर सिद्दीक के निधन पर शोक व्यक्त किया है.