* पिपरिया दियारा के दर्जन भर गांव का मुख्यालय से संपर्क भंग
* प्रकृति की मार के बाद मिली प्रशासन की उपेक्षा नहीं मिली राहत
पिपरिया : दियारा का संपर्क जिला मुख्यालय से भंग हो गया. गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी के कारण निचली इलाकों में गंगा का पानी फैल गया है. रेहुआ गांव पुरी तरह जलमग्न हो गया है. पिपरिया बसौना, डीह पिपरिया व रेहुआ गांव के डूब जाने के कारण दियारा का संपर्क प्रखंड कार्यालय व जिला मुख्यालय से भंग हो गया. आवागमन के लिए नाव ही एक मात्र साधन है.
नावों की कमी के कारण दियारा वासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. दियारा की एक लाख की आबादी के समक्ष यातायात की समस्या उत्पन्न हो गयी है. हालांकि राज्य सरकार ने दियारा को सीधा मुख्यालय से जोड़े जाने के लिए हरूहर किऊल नदी पर रेहुआ मुड़बड़िया के बीच उच्च स्तरीय कंक्रीट पुल का निर्माण किया.
गंगा का जलस्तर बढ़ने से मुड़वड़ीया, वलीपुर, रामचंद्रपुर, मोहनपुर, पिपरिया, तिरासी, कोयलवा, पथुआ, सुरजीचक, रामनगर, रहाटपुर, मालपुर, डीह पिपरिया, व खुटहा गांव में उत्तरी दिशा का बहियार पानी में डूबा हुआ है. सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बरबाद हो गयी है. मवेशियों के समक्ष चारे का घोर संकट पैदा हो गया है. प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की राहत मुहैया नहीं करायी गयी है.
विगत दो माह की बारिश से दियारा क्षेत्र के लोग विभिन्न बीमारियों से पीड़ित हैं. ऊपर से आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. स्थानीय लोग इलाज के लिए झोला छाप डॉक्टर का सहारा लेते है. प्रकृति की मार के साथ प्रशासन की उपेक्षा से लोग परेशान है. ऐसे में लोगों के यहां केरोसिन के लिए हाहाकार मचा है. दियारा के कई गांवों में कूपन वितरण नहीं होने से लोग तेल से वंचित है. इस संबंध में सीओ संजय कुमार ने कहा कि बाढ़ से निबटने के लिए राहत सामग्री उपलब्ध है.