कजरा. क्षेत्र के पोखरमा गांव निवासी पूर्व पंचायत समिति सदस्य शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यात्रियों को बैठने की भी समुचित व्यवस्था उरैन रेलवे स्टेशन पर नहीं है. साथ ही पेयजल भी ससमय उपलब्ध नहीं होता है. इसी गांव के मनोज कुमार सिंह उर्फ मुन्ना, मुकेश कुमार सिंह, दीपक कुमार व कमलनाथ सिंह ने बताया कि डाउन ट्रेन के लिए खुले में रह कर ट्रेन की प्रतीक्षा करना मजबूरी है.
विश्रामालय नहीं है. वहीं लखना निवासी रतन बिंद, उरैन निवासी ललन वर्मा, पुनाडीह निवासी मुकेश कुमार ने कहा कि बिजली नहीं रहने पर रात में चढ़ने उतरने वाले यात्रियों को अंधेरे में उतरना पड़ता है. उरैन रेलवे स्टेशन पर मात्र एक मिनट का ट्रेनों का ठहराव होने से परिवार, बच्चे व समान को उतारने में काफी दिक्कत होती है. कभी-कभी समान नहीं उतार पाते. उन्होंने बताया कि महिला व पुरुष का अलग-अलग से विश्रामालय बनाया जाये. रात्रि में बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था कर रोशनी की व्यवस्था करनी चाहिए.