लखीसराय : शहर के नया बाजार सूर्यनारायण घाट के किऊल नदी में हो रहे यज्ञ स्थल पर बुधवार की देर शाम फिर से भगदड़ मच गयी. भगदड़ मचने के साथ ही लोगों में अफरातफरी मच गयी. जिससे कई लोग यज्ञ स्थल से जल्द ही लौट गये. बताया जाता है कि नया बाजार एवं खगौर पंचायत के वृंदावन निवासी युवकों के बीच विवाद हो गया. जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच मारपीट होने लगी. यज्ञ स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि दोनों के बीच जमकर रोड़ेबाजी भी की गयी.
जिससे यज्ञ स्थल पर मौजूद एक वृद्ध महिला को चोट भी आया है. इससे पूर्व मंगलवार की रात को भी यज्ञ स्थल पर झूला-झूलने को लेकर झूला व्यवस्थापक एवं कुछ युवक के बीच झगड़ा हो गया था. जिससे यज्ञ स्थल पर आधे घंटे तक भगदड़ मच गयी. पुलिस के आने के बाद ही मामला को शांत किया जा सका. इधर, एसडीओ मुरली प्रसाद सिंह ने यज्ञ समिति के पदाधिकारियों को पत्र लिख कर लखीसराय के सूर्यनारायण घाट किऊल नदी में केवल महारुद्र यज्ञ का आयोजन की स्वीकृति दी थी.
लेकिन यज्ञ स्थल पर झूला का अधिष्ठापन भी आपके द्वारा किया गया है. जबकि झूला अधिष्ठापन की स्वीकृति यज्ञ स्थल के समीप नहीं दी गयी है. उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा के मौके पर केआरके मैदान में अवैध रूप से लगाये गये झूले के कारण एक बच्ची की मौत हो गयी थी. वहीं 27 मार्च को झूला के कारण ही मारपीट की घटना हुई. झूला के कारण विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो रही है. उन्होंने पत्र में कहा कि अविलंब झूला संचालन पर रोक लगाया जाये. एसडीओ श्री सिंह ने कहा कि अवैध रूप से झूला संचालन को लेकर क्यों नहीं आपके विरुद्ध सुसंगत धाराओं के साथ मुकदमा दर्ज किया जाये. अपने पत्र की प्रतिलिपि कवैया थानाध्यक्ष, एसडीपीओ को भेज कर आवश्यक कार्रवाई की सूचना दी है. इसके अलावे उन्होंने पुलिस अधीक्षक एवं डीएम को सादर सूचनार्थ हेतु पत्र समर्पित किया है. एसडीओ के इस आदेश को दरकिनार करते हुए यज्ञ समिति द्वारा गुरुवार को भी झूला संचालन होने की घोषणा की जा रही थी. जबकि एसडीओ श्री सिंह ने अपने पत्र को 28 मार्च को ही यज्ञ समिति के पदाधिकारियों को भेजा है. इधर बुधवार की देर शाम की घटना पर एसडीओ ने कहा कि यज्ञ में विधि व्यवस्था बनाये रखने को लेकर झूला बंद कराया गया है. यज्ञ में सभी दिन झगड़ा झंझट किया जा रहा है. इधर, कवैया थानाध्यक्ष पंकज कुमार झा ने बुधवार की देर शाम की घटना से इंकार करते हुए कहा कि उन्हें भगदड़ होने की सूचना प्राप्त नहीं है.